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राजधानी से सटे ग्रामीण अंचल में सभी गतिविधियां प्रतिबंधित, कलेक्टर के आदेश जारी

कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए गांवों में भी प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. कलेक्टर के आदेश पर राजधानी भोपाल जिले के सभी गांवों पर सामाजिक कार्यक्रम में रोक लगा दी गई है.

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राजधानी से सटे ग्रामीण अंचल में सभी गतिविधियां प्रतिबंधित, कलेक्टर के आदेश जारी
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Published : May 14, 2021, 8:27 PM IST

भोपाल। राजधानी से सटे ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना संक्रमण ने अपनी दस्तक दे दी है. महामारी गांवों में तेजी से न फैले इसलिए अब भोपाल जिले के सभी गांवों में धार्मिक आयोजन, शादी समेत सभी सामाजिक कार्यक्रमों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं. इतना ही नहीं प्रशासन की तरफ से अब गाड़ियों में लाउडस्पीकर लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

सभी गांवों में सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक

कोरोना की दूरी लहर ज्यादा घातक साबित हो रही है. 2020 में कोरोना का कहर सिर्फ शहरों में दिखाई पड़ रहा था. लेकिन इस बार कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में छोटे-छोटे गांव भी आ गए हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने यह निर्णय लिया है. बता दें, वैसे भी भोपाल के सभी गांवों में 'किल कोरोना' अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. अभियान के तहत घर-घर जाकर सर्वे हो रहा है. और सर्दी-जुखाम, बुखार के लक्षण वाले मरीजों की पहचान की जा रही है. ताकि समय रहते उनका कोरोना टेस्ट किया जा सके, और रिपोर्ट आने पर समय पर इलाज मुहैया कराया जा सके.

कोरोना को हराने का प्रण, 'किल कोरोना' अभियान के तहत डोर-टू-डोर सर्वे

भोपाल के फंदा और बैरसिया के काफी गांव में सर्दी-जुखाम और बुखार से पीड़ित लोगों की सूचना प्रशासन को मिली थी. जिसके बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. वहीं आदेश का उल्लंघन करने पर लोगों को सजा देने का भी प्रवधान किया गया है.

भोपाल। राजधानी से सटे ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना संक्रमण ने अपनी दस्तक दे दी है. महामारी गांवों में तेजी से न फैले इसलिए अब भोपाल जिले के सभी गांवों में धार्मिक आयोजन, शादी समेत सभी सामाजिक कार्यक्रमों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं. इतना ही नहीं प्रशासन की तरफ से अब गाड़ियों में लाउडस्पीकर लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

सभी गांवों में सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक

कोरोना की दूरी लहर ज्यादा घातक साबित हो रही है. 2020 में कोरोना का कहर सिर्फ शहरों में दिखाई पड़ रहा था. लेकिन इस बार कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में छोटे-छोटे गांव भी आ गए हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने यह निर्णय लिया है. बता दें, वैसे भी भोपाल के सभी गांवों में 'किल कोरोना' अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. अभियान के तहत घर-घर जाकर सर्वे हो रहा है. और सर्दी-जुखाम, बुखार के लक्षण वाले मरीजों की पहचान की जा रही है. ताकि समय रहते उनका कोरोना टेस्ट किया जा सके, और रिपोर्ट आने पर समय पर इलाज मुहैया कराया जा सके.

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भोपाल के फंदा और बैरसिया के काफी गांव में सर्दी-जुखाम और बुखार से पीड़ित लोगों की सूचना प्रशासन को मिली थी. जिसके बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. वहीं आदेश का उल्लंघन करने पर लोगों को सजा देने का भी प्रवधान किया गया है.

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