भोपाल। कोरोना वायरस ऐसा वायरस है, जिसके बारे में तभी पता लगाया जा सकता है, जब किसी व्यक्ति का कोरोना टेस्ट किया गया हो, क्योंकि इस वायरस से संक्रमित कई व्यक्तियों में संक्रमण के लक्षण भी नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में कई ऐसे लोग भी हो सकते हैं, जिन्हें कोरोना हो भी गया हो और उन्हें पता ना चला हो. ऐसे ही व्यक्तियों के बारे में नई जानकारियां इकट्ठी करने के मकसद से राजधानी भोपाल में सोमवार से कोरोना एंटीबॉडी सीरो सर्वे किया जाएगा.
इस बारे में भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि इस सर्वे से हमें यह पता चल पाएगा कि ऐसे कितने लोग हैं, जो कोरोना वायरस से संक्रमित होकर ठीक भी हो चुके हैं और इस सर्वे के बाद जो परिणाम मिलेंगे वो आगे की रणनीति बनाने में सहायक होंगे. प्रशासन के मुताबिक ये सर्वे अभियान कोरोना वायरस के संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करने और इसके रोकथाम के लिए प्रभावी योजना बनाने में मददगार साबित हो सकता है.
इस सर्वे के जरिये कोरोना वायरस संक्रमण से शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने की जांच की जाएगी, जिसके लिए 60 दलों को ट्रेनिंग दी गयी है. ये स्वास्थ्य दल 7500 से अधिक व्यक्तियों का रैंडम टेस्ट करेंगे. अभियान करने वाली टीमों में लैब टेक्नीशियन सहित एक वार्ड प्रभारी, एक पुलिस स्टाफ, एक टेक्नीशियन और एक हेल्पर रहेगा.
ये दल शहर के विभिन्न जॉन की बस्तियों में घर-घर जाकर रेंडम के आधार पर व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच करेगा. ये अभियान संचालक राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र नई दिल्ली और हमीदिया अस्पताल के संयुक्त समन्वय से चलाया जाएगा.