भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दिग्विजय सिंह के मचाए सियासी बवाल को ठंडा कर दिया है (Controversy over meeting) और आखिरकार दिग्विजय सिंह की डेढ़ महीने से टाली जा रही मुलाकात रविवार को हुई. इस मुलाकात की अहम कड़ी पूर्व सीएम कमलनाथ रहें. मुख्यमंत्री आवास पर दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने सीएम शिवराज से 15 मिनट तक बात की. इस दौरान सुठालिया एवं टेम परियोजना के अंतर्गत डूब में आने वाले किसानों की समस्याओं को सीएम ने सुना और मामले की जांच के आश्वासन दिए.
क्यों शिवराज से मिलना चाहते थे दिग्विजय
सुठालिया एवं टेम परियोजना के अंतर्गत डूब में आने वाले गुना, राजगढ़, विदिशा व भोपाल जिले के प्रभावित किसानों ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को जनजागरण यात्रा के दौरान अपनी समस्याएं बताई थीं. उन्हें बताया गया था कि जिनके पास पट्टे हैं फिर भी उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है. दिग्विजय सिंह इन किसानों की समस्याओं को लेकर सीएम से समय मिलने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मिले. उनके निवास से किसान प्रतिनिधियों को लेकर दोनों पूर्व मुख्यमंत्री सीएम हाउस पहुंचे. वहां सीएम ने किसानों की समस्याओं को सुना और पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया (Digvijay Singh met CM Shivraj).
2 दिन पहले दिग्विजय ने दिया था धरना
सीएम शिवराज से मुलाकात को लेकर दिग्विजय सिंह का पॉलिटिकल ड्रामा पिछले 5 दिन से चल रहा था. 2 दिन पहले वो मुख्यमंत्री निवास के सामने धरने पर बैठे और कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री समय नहीं दे रहे हैं, लिहाजा वह मुख्यमंत्री निवास के सामने धरने पर बैठेंगे. हालांकि मुख्यमंत्री निवास जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई थी, तो दिग्विजय सिंह ने सीएम हाउस के करीबी अपना धरना दिया था.
धरने पर बैठे दिग्गी, कमलनाथ की हुई सीएम से भेंट
इस बीच मुलाकात को लेकर सियासी पारा तब और चढ़ गया जब कमलनाथ और शिवराज सिंह की मुलाकात हो गई. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे संयोगवश हुई मुलाकात बताया था. दोनों ने कहा कि वे अचानक स्टेट हैंगर पर मिले, जहां कमलनाथ भोपाल आ रहे थे तो वही स्टेट हैंगर से मुख्यमंत्री देवास जा रहे थे, हालांकि दोनों नेताओं की स्टेट हेंगर पर करीब आधे घंटे बातचीत हुई.
शिवराज और कमलनाथ में म्यूच्यूअल अंडरस्टैंडिंग
सियासी हलकों में अटकलें लगाई जाती है कि शिवराज और कमलनाथ में समन्वय है, पहले भी जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे और शिवराज विपक्ष में थे तब भी दोनों के बीच अच्छी अंडरस्टैंडिंग थी. अब इस बात को बल इसलिए भी मिल गया की कमलनाथ की मुलाकात के बाद ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को सीएम शिवराज ने मुलाकात के लिए समय दिया. वैसे माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह लगातार संघ के खिलाफ जमकर आग उगलते रहे हैं और शिवराज भी जानते हैं कि यदि उन्हें मुलाकात के लिए समय दे दिया होता तो पार्टी में ही इस बात को लेकर बवाल मच सकता था, यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को डेढ़ महीने से मुलाकात का समय नहीं दे रहे थे.