भोपाल। भोपाल में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप आ चुकी है. करीब 94 हजार वैक्सीन के डोज आज भोपाल के डिविजनल वैक्सीन डिपो पर लाए गए. जहां से इन्हें भोपाल संभाग के 5 और होशंगाबाद के 3 जिलों में भेजा जाएगा, ताकि 16 जनवरी से टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया जा सके.
किस जिले को कितने डोज ?
राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के हरदा, रायसेन, विदिशा, बैतूल, सीहोर, राजगढ़ और होशंगाबाद में वैक्सीन पहुंचाई जाएगी. जिसके लिए वैक्सीन वैन सम्भागीय वैक्सीन डिपो से रवाना हो चुकी है.स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा डोज राजधानी भोपाल को मिले हैं. जिनकी संख्या 36000 है. वहीं सबसे कम डोज हरदा को मिले हैं, जिनकी संख्या 3101 है.
राजधानी के बाद बैतूल में 10000, विदिशा में 9900, होशंगाबाद में 9710, राजगढ़ में 9550,सीहोर में 8300 और रायसेन में 5790 डोज भेजे गए हैं.भोपाल में कोल्ड स्टोरेज के लिए 53 पॉइंट बनाए गए हैं. वहीं अलग-अलग जिलों में कोल्ड स्टोरेज की अलग-अलग व्यवस्था की गई है.
प्रदेश में बने 1149 टीकाकरण केंद्र
16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान के लिए पूरे मध्यप्रदेश में 1149 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं. जहां करीब 4 लाख 16 हजार हेल्थ वर्कर्स का पहले चरण में टीकाकरण किया जाना है. जिसे पूरा करने के लिए 5 दिन का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग दिनों की संख्या को बढ़ाने के बारे में विचार कर रहा है. हो सकता है कि 5 से 10 दिन के भीतर पहले दौर के टीकाकरण को पूरा किया जाएगा.
भोपाल में 80 केंद्र
राजधानी भोपाल में टीकाकरण के लिए 80 केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें से पांच केंद्रों पर 16 जनवरी के दिन उद्घाटन कार्यक्रम होगा. उसके बाद टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा. राजधानी भोपाल के अलावा बुधवार को इंदौर व जबलपुर में कोरोना वैक्सीन की खेप पहुंच चुकी है. जबकि ग्वालियर में गुरूवार को वैक्सीन की खेप पहुंचेगी.
वैक्सीन की सेल्फ लाइफ
स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक किसी भी वैक्सीन की सेल्फ लाइफ 6 महीने तक होती है. उसी तरह कोविड वैक्सीन की सेल्फ लाइफ भी लगभग 6 महीने के आस-पास ही है. वैक्सीन को 2 डिग्री से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान में रखा जाएगा. जिसके लिए आईएलआर का इस्तेमाल किया जाता है.मध्यप्रदेश में वैक्सीन के संग्रहण और वितरण की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए e VIN सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा.
राजधानी भोपाल में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाई गई कोविशील्ड वैक्सीन को लाया गया है. साथ ही कुछ ही दिनों में भारत बायोटेक और आईसीएमआर के संयुक्त तत्वाधान में बनी कोवैक्सीन को भी लाया जा सकता है.
इस तरह लगेगा हेल्थ वर्कर्स को टीका
हेल्थ वर्कर्स के टीकाकरण के लिए भारत सरकार द्वारा बनाए गए कोविड पोर्टल की मदद ली जाएगी. इस पोर्टल में उन सभी हेल्थ वर्कर का रजिस्ट्रेशन पहले ही किया जा चुका है, जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है. जिस भी हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगाई जानी है उसे करीब 24 घंटे पहले एसएमएस के जरिए टीकाकरण केंद्र और समय की जानकारी दे दी जाएगी.