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शिव'राज' में पनपे ड्रग्स माफिया, हाथी दांत जैसी है सीएम की आपात बैठकः कांग्रेस

मध्यप्रदेश में ड्रग माफियाओं के खिलाफ शिवराज सरकार द्वारा बुलाई गई आपात बैठक पर कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस का कहना है कि यह दिखावटी बैठक बुलाने से कुछ नहीं होता, अगर वाकई माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करना है तो तत्कालीन कमलनाथ सरकार की तरह कड़ी कार्रवाई करें.

Shivraj Emergency Meeting
शिवराज आपात बैठक
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Published : Dec 11, 2020, 4:18 PM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में बढ़ रहे नशे के कारोबार को लेकर आज एक आपात बैठक बुलाई गई थी. जिसमें प्रदेश में ड्रग्स माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं. इस सिलसिले में प्रदेश कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि ड्रग माफियाओं के पकड़े जाने के बाद शिवराज सरकार जागी है और आपात बैठक के नाम पर सिर्फ दिखावटी काम कर रही है. मध्यप्रदेश में सभी तरह के माफिया शिवराज सिंह के 15 साल के शासन काल में पनपे हैं.

बैठक पर कांग्रेस का तंज

शिव'राज' के 15 साल में शासनकाल के माफिया, अब फिर होने लगे सक्रिय

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि इंदौर में एक बड़ी हाई प्रोफाइल महिला ड्रग माफिया के पकड़े जाने के बाद और नशे के अवैध बड़े कारोबार की परतें खुलने के बाद शिवराज सरकार नींद से जागी है. ड्रग माफिया पर कार्रवाई को लेकर सीएम शिवराज ने आज एक आपात बैठक बुलाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के दिखावटी निर्देश दिए हैं. यह वही ड्रग माफिया हैं, जो शिवराज सरकार के पिछले 15 साल के शासनकाल और वर्तमान 9 माह की सरकार में जमकर पनपे हैं.

नरेंद्र सलूजा ने कहा कि पूर्व की कमलनाथ सरकार ने सभी तरह के माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी. ड्रग माफिया को लेकर भी प्रदेश में तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने एक अभियान चलाकर इन नशे के सौदागरों को नेस्तनाबूद करने का काम किया था. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के जाते ही ड्रग माफिया और सभी तरह के माफिया वापस बाहर आ गए और बेखौफ होकर अपने कामों को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार जब भी कोई इस तरह का माफियाओं का कारनामा सामने आता है या कोई माफिया पकड़ा जाता है, तो नींद से जागती है. श्रेय लेने के लिए झूठी दिखावटी कार्रवाई करने में लग जाती है. माफियाओं के खिलाफ अभियान के नाम पर अभी भी सिर्फ छोटी-छोटी मछलियों को भी निशाना बनाया जा रहा है. अभी भी बड़े-बड़े मगरमच्छ रूपी माफिया पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. वे बेखौफ होकर अपने कामों को अंजाम दे रहे हैं.

पढ़ें:CM शिवराज ने बुलाई आपात बैठक, ड्रग माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश

तत्कालीन कमलनाथ सरकार की तरह करें माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई

नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि इंदौर-भोपाल और प्रदेश के कई बड़े शहर इन ड्रग माफियाओं की गिरफ्त में है. बड़े शहरों में हर प्रमुख चौराहे, स्कूल कॉलेजों के बाहर,पब और होटल में खुले रुप में ड्रग की सप्लाई बेखौफ जारी है. ऊपर भेजने के नाम पर इनसे जमकर वसूली होती है. माफियाओं को खुला संरक्षण प्रदान किया जाता है. कोरोना महामारी में जहां एक तरफ शादियों पर रात 10 बजे के बाद प्रतिबंध है. आम आदमी के लिए कर्फ्यू है, लेकिन आज भी इंदौर भोपाल और कई शहरों में पब,डांस बार पूरी रात चालू हैं और इनमें जमकर ड्रग और नशा परोसा जा रहा है.

दिखावटी बैठक से कुछ नहीं होने वाला

कम उम्र के युवाओं को इसका शिकार बनाया जाता है. इस नशे के जाल में फंस कर कई युवक-युवतियां बर्बाद हो चुके हैं. कई परिवारों के चिराग बुझ चुके हैं और कई परिवार कर्ज के दलदल में फंस चुकी है. सारे नशा बिक्री केंद्रों की जानकारी प्रशासन के अधिकारियों के पास है. लेकिन वसूली कर इन्हें जमकर संरक्षण दिया जा रहा है. प्रदेश के होनहार युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है. शिवराज सरकार यदि वाकई में प्रदेश के युवाओं को नशे के दलदल से बचाना चाहती है,तो इन माफियाओं के खिलाफ कमलनाथ सरकार की तरह कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें. सिर्फ 1 दिन की आपात बैठक बुलाकर दिखावटी कार्रवाई से कुछ नहीं होने वाला है.

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में बढ़ रहे नशे के कारोबार को लेकर आज एक आपात बैठक बुलाई गई थी. जिसमें प्रदेश में ड्रग्स माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं. इस सिलसिले में प्रदेश कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि ड्रग माफियाओं के पकड़े जाने के बाद शिवराज सरकार जागी है और आपात बैठक के नाम पर सिर्फ दिखावटी काम कर रही है. मध्यप्रदेश में सभी तरह के माफिया शिवराज सिंह के 15 साल के शासन काल में पनपे हैं.

बैठक पर कांग्रेस का तंज

शिव'राज' के 15 साल में शासनकाल के माफिया, अब फिर होने लगे सक्रिय

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि इंदौर में एक बड़ी हाई प्रोफाइल महिला ड्रग माफिया के पकड़े जाने के बाद और नशे के अवैध बड़े कारोबार की परतें खुलने के बाद शिवराज सरकार नींद से जागी है. ड्रग माफिया पर कार्रवाई को लेकर सीएम शिवराज ने आज एक आपात बैठक बुलाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के दिखावटी निर्देश दिए हैं. यह वही ड्रग माफिया हैं, जो शिवराज सरकार के पिछले 15 साल के शासनकाल और वर्तमान 9 माह की सरकार में जमकर पनपे हैं.

नरेंद्र सलूजा ने कहा कि पूर्व की कमलनाथ सरकार ने सभी तरह के माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी. ड्रग माफिया को लेकर भी प्रदेश में तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने एक अभियान चलाकर इन नशे के सौदागरों को नेस्तनाबूद करने का काम किया था. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के जाते ही ड्रग माफिया और सभी तरह के माफिया वापस बाहर आ गए और बेखौफ होकर अपने कामों को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार जब भी कोई इस तरह का माफियाओं का कारनामा सामने आता है या कोई माफिया पकड़ा जाता है, तो नींद से जागती है. श्रेय लेने के लिए झूठी दिखावटी कार्रवाई करने में लग जाती है. माफियाओं के खिलाफ अभियान के नाम पर अभी भी सिर्फ छोटी-छोटी मछलियों को भी निशाना बनाया जा रहा है. अभी भी बड़े-बड़े मगरमच्छ रूपी माफिया पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. वे बेखौफ होकर अपने कामों को अंजाम दे रहे हैं.

पढ़ें:CM शिवराज ने बुलाई आपात बैठक, ड्रग माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश

तत्कालीन कमलनाथ सरकार की तरह करें माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई

नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि इंदौर-भोपाल और प्रदेश के कई बड़े शहर इन ड्रग माफियाओं की गिरफ्त में है. बड़े शहरों में हर प्रमुख चौराहे, स्कूल कॉलेजों के बाहर,पब और होटल में खुले रुप में ड्रग की सप्लाई बेखौफ जारी है. ऊपर भेजने के नाम पर इनसे जमकर वसूली होती है. माफियाओं को खुला संरक्षण प्रदान किया जाता है. कोरोना महामारी में जहां एक तरफ शादियों पर रात 10 बजे के बाद प्रतिबंध है. आम आदमी के लिए कर्फ्यू है, लेकिन आज भी इंदौर भोपाल और कई शहरों में पब,डांस बार पूरी रात चालू हैं और इनमें जमकर ड्रग और नशा परोसा जा रहा है.

दिखावटी बैठक से कुछ नहीं होने वाला

कम उम्र के युवाओं को इसका शिकार बनाया जाता है. इस नशे के जाल में फंस कर कई युवक-युवतियां बर्बाद हो चुके हैं. कई परिवारों के चिराग बुझ चुके हैं और कई परिवार कर्ज के दलदल में फंस चुकी है. सारे नशा बिक्री केंद्रों की जानकारी प्रशासन के अधिकारियों के पास है. लेकिन वसूली कर इन्हें जमकर संरक्षण दिया जा रहा है. प्रदेश के होनहार युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है. शिवराज सरकार यदि वाकई में प्रदेश के युवाओं को नशे के दलदल से बचाना चाहती है,तो इन माफियाओं के खिलाफ कमलनाथ सरकार की तरह कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें. सिर्फ 1 दिन की आपात बैठक बुलाकर दिखावटी कार्रवाई से कुछ नहीं होने वाला है.

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