भोपाल। राम मंदिर को लेकर चल रही सियासत के बीच राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा राम मंदिर भूमि पूजन के दिन पहले अपने आवास पर हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन और आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दीप प्रज्वलन और आतिशबाजी को लेकर सियासत चरम पर है. कमलनाथ की धार्मिक आस्था को लेकर बीजेपी लगातार सवाल खड़े कर रही है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा तो ये तक कह चुके हैं कि, कांग्रेस को इसका अधिकार ही नहीं है. गृहमंत्री के बयान को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना ने कहा है कि, 'कमलनाथ धार्मिक आस्था के लिए कार्य करते हैं, न कि राजनीतिक लाभ के लिए. बीजेपी उनकी श्रद्धा पर सवाल खड़े न करे'.
कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना ने कहा है कि, 'नरोत्तम मिश्रा और तमाम भाजपा नेता अपनी याददाश्त को दुरुस्त कर लें. आज से सालों पहले कमलनाथ ने राम दरबार और बजरंगबली की विशाल प्रतिमा स्थापित कर भव्य मंदिर का निर्माण छिंदवाड़ा में कराया था, तब कौन से चुनाव थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने राम वन गमन पथ की स्वीकृति, महाकाल मंदिर के लिए 300 करोड़, ओमकारेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 300 करोड़, ओम सर्किट की स्वीकृति, एक हजार गौशालाओं का निर्माण जैसे तमाम कार्यों को मंजूरी दी है. गायों के लिए आश्रय और चारे पानी की व्यवस्था की है'. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा उन्होंने कहा कि, 'कमलनाथ स्वभाव से ही धार्मिक और आस्थावान हैं. वे बजरंगबली पर अटूट श्रद्धा रखते हैं, इसलिए अनवरत धार्मिक कार्य करते हैं. देश और प्रदेशवासियों की धार्मिक भावनाओं का आदर भी करते हैं. ढोंग और पाखंड तो भाजपा का चाल चरित्र और स्वभाव है, जो धार्मिक आस्थाओं का दोहन राजनीतिक लाभ के लिए करती है'.