भोपाल। एमपी में गेहूं की बंपर पैदावार के साथ इसका श्रेय लेने की होड़ शुरू हो गई है. बीजेपी जहां गेहूं के उत्पादन और इसके उपार्जन के लिए अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं कांग्रेस गेहूं के उत्पादन के लिए कमलनाथ की पूर्ववर्ती सरकार की नीतियों को मुख्य वजह बता रही है.
प्रदेश में अभी तक 1 करोड़ 20 लाख मेट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है, लेकिन कई स्थानों पर अभी भी फसल बेचने किसानों की लाइनें लगी हुई हैं. कांग्रेस ने उपार्जन की समय सीमा 15 जून तक बढ़ाने की मांग की है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह कमलनाथ सरकार की नीतियों का ही नतीजा है, जो प्रदेश में गेहूं की बंपर पैदावार हुई है. कमलनाथ सरकार ने समय पर खाद, बीज, बिजली, सिंचाई की उपलब्धता निश्चित की थी, जिसकी वजह से किसान खुश हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने आरोप लगाया है कि कई स्थानों पर बड़ी संख्या में किसानों की फसलों का उपार्जन नहीं हो सका है. इसलिए पैदावार खरीदी की समय सीमा को 15 जून तक बढ़ाया जाना चाहिए. वहीं बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा भी उपार्जन के लिए 5 दिन बढ़ाए जाने की मांग कर चुके हैं.