भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव में सियासत उफान पर है, बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है. इसी कड़ी में कांग्रेस से बगावत कर शिवराज सरकार में मंत्री बने प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बयान दिया है कि अगर 15 महीने के कमलनाथ सरकार के कार्यकाल की जांच कर ली जाए, तो कमलनाथ जेल में होंगे. प्रद्युम्न सिंह तोमर के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि जिन लोगों पर गद्दारी का लेवल चस्पा है, उन लोगों को कमलनाथ जैसे व्यक्ति पर आरोप लगाने से पहले सोचना चाहिए. ऐसे लोग आरोप लगाए, शोभा नहीं देता है.
दरअसल ग्वालियर में बुधवार को मीडिया से चर्चा के दौरान प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा दिखाकर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. जिस तरह लड़की की शादी होती है, तो कहते हैं कि अच्छा सा लड़का दिखाओ और वरमाला का वक्त आया, लेकिन 70 साल का व्यक्ति दिखा दिया, उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व में फंडिंग करके कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गए. वहीं उन्होंने दावा किया है कि आजकल मध्यप्रदेश कांग्रेस में एक सीईओ है, अगर 15 महीने का लेखा जोखा खोल दिया जाए, तो वह बाहर नहीं होंगे, जेल में होंगे.
ये भी पढ़े- किसानों से जुड़े विधेयकों का विरोध करने वाले किसान विरोधी- सीएम शिवराज
प्रद्युम्न सिंह तोमर के इस बयान पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि प्रद्युम्न सिंह तोमर जैसे लोग जिनके ऊपर गद्दारी का चस्पा लगा हुआ है. जिनके ऊपर पैसे के लेनदेन का आरोप जनता लगा रही है. वह ऐसे आरोप लगाए शोभा नहीं देता है. 15 महीने का कार्यकाल सिर्फ कमलनाथ का थोड़ी रहा है, प्रद्युम्न सिंह तोमर का भी रहा है. खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग में क्या हुआ यह सब जानते हैं. सरकार बनने दीजिए, जेल में तो प्रद्युम्न सिंह तोमर जाएंगे, कमलनाथ पर आरोप लगाने से पहले प्रद्युम्न सिंह तोमर को सोच लेना चाहिए था.