भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल की जगह अचानक से प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश जैन को प्रभार दिए जाने पर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि इस मामले में अभी तक गोविंद गोयल ने अपना पक्ष नहीं रखा है, इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा है कि, खुद गोविंद गोयल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर आग्रह किया था कि, वो लंबे समय से कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और काफी कठिन कार्य है, इसलिए अब इसका दायित्व किसी और को दिया जाए. उन्होंने कमलनाथ को लिखे पत्र में पार्टी के लिए कार्य करते रहने की इच्छा भी जताई थी.
मई 2018 में जब कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे, तब दिग्विजय सिंह के करीबी उद्योगपति गोविंद गोयल को प्रदेश कांग्रेस का कोषाध्यक्ष बनाया गया था. गोविंद गोयल के कोषाध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2018 लड़ा था. हाल ही में कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के समय दिग्विजय सिंह के साथ मिलकर गोविंद गोयल ने रसोई संचालित करके गरीब मजदूरों के लिए खाने-पीने का इंतजाम भी किया था.
अचानक आई खबर के कारण राजनीतिक गलियारों में गोविंद गोयल को हटाए जाने की खबरों ने जोर पकड़ा. इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि, गोविंद गोयल ने खुद पत्र लिखकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से एक पद छोड़ने की इच्छा जताई थी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का पत्र भी कांग्रेस ने जारी किया है.
गोविंद गोयल को जवाब में कमलनाथ ने लिखा पत्र
'आप का 23 जून 2020 का पत्र प्राप्त हुआ. आपने अपने पत्र में जो भावना रखी है, उसका मैं सम्मान करता हूं. पिछले 40 साल से आपने कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता और प्रदेश कांग्रेस के अनेक पदों पर रहकर जो कार्य किया है, वो सराहनीय है. 1 मई 2018 से मेरे कार्यकाल में आपने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष पद पर रहकर दायित्व निष्ठा और समर्पण भाव से कार्य किया है. मैंने आपके कार्य को निकट से देखा है और हमेशा आपकी निष्ठा प्रशंसनीय रही है. आप ने अपने पत्र में कोषाध्यक्ष पद से मुक्त होने का आग्रह किया है, साथ ही आप ने यह भी कहा है कि, आप पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते रहेंगे. आपके आग्रह को मैं स्वीकार करता हूं'.
इस मामले में विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि, 'जो गोविंद गोयल को हटाए जाने की खबरें हैं, वो गलत हैं. उन्होंने खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखा था, जिस का अवलोकन मैंने किया है. उस पत्र में उन्होंने कहा है कि, वो लंबे अरसे से इस पद पर हैं और यह काफी कठिन काम है. अब उनकी इच्छा है कि, वो किसी और को दायित्व दिया जाए. उन्होंने अपने पत्र में पार्टी में काम करते रहने की भी इच्छा जताई है.