भोपाल। कांग्रेस विधायकों ने पार्टी द्वारा प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष की कमान युवाओं को सौंप जाने का स्वागत किया और कहा कि कांग्रेस में यह एक नए युग की शुरुआत है. बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद कांग्रेस ने प्रदेश संगठन की कमान युवा कांग्रेस नेताओं के हाथ में सौंपी है. मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष पार्टी के तेजतर्रार नेता जीतू पटवारी को बनाया गया है, जबकि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार को बनाया गया है.
सबको साथ लेकर चलने का संदेश : उमंग सिंगार ने विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत में ही सबको साथ लेकर चलने का साफ संदेश दे दिया है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार के निर्देश पर पार्टी के सभी युवा विधायक कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में इकट्ठे हुए और इसके बाद एक साथ विधानसभा पहुंचे. उमंग सिंगार ने कहा कि विधानसभा चुनाव में नतीजे कैसे भी आए हों, लेकिन पार्टी ना तो हताश है और ना ही निराश है. जनता के मुद्दों को लेकर कांग्रेस जमीन से लेकर विधानसभा के अंदर तक सत्ता पक्ष के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी.
ये खबरें भी पढ़ें... |
कांग्रेस के सीनियर नेता नाराज : उमंग सिंगार लगातार चार बार से गंधवानी विधानसभा सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं. कांग्रेस की तेजतर्रार नेत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री रही जमुना देवी उमंग सिंगार की बुआ हैं. उमंग सिंगार 15 महीने की कमलनाथ सरकार में वन मंत्री भी रहे हैं. वहीं कांग्रेस के इस फैसले से सीनियर नेता नाराज हैं. नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में कांग्रेस के सीनियर विधायक अजय सिंह राहुल भैया, रामनिवास रावत और बाला बच्चन भी थे लेकिन कांग्रेस ने युवा चेहरे को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी है. रविवार को कांग्रेस पार्टी के फैसले से पार्टी के सीनियर नेता नाराज दिखे. कांग्रेस के सीनियर नेता प्रदेश कार्यालय पर नहीं पहुंचे.