भोपाल। उपचुनाव को लेकर प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस ने कमर कस ली है. इस बीच बीजेपी लगातार कांग्रेस में उम्मीदवारों की कमी की बात कह रही है. बीजेपी का तर्क है कि, जिन इलाकों में उपचुनाव होना है, वहां के कांग्रेस नेता बागी होकर पहले ही हमारी पार्टी में आ चुके हैं, तो कांग्रेस को तो उम्मीदवार मिलना भी मुश्किल है. वहीं दूसरी तरफ से कांग्रेस का कहना है कि, एक साधारण कार्यकर्ता ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव हरा दिया था. जो खुद चुनाव हार गया, वो 22 लोगों को कैसे जिताएंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि, हमारे पास उम्मीदवारों की कोई कमी नहीं है, हमारे पास हर सीट के लिए 15 से 20 उम्मीदवारों के आवेदन आए हैं, जिन पर पार्टी विचार कर रही है.
दरअसल, उपचुनाव को लेकर जब भी कांग्रेस की तैयारियों की बात आती है, तो सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि जिन 22 सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें कांग्रेस के सभी नेता बागी होकर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में कांग्रेस के लिए उम्मीदवार तलाशने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और कांग्रेस बीजेपी के नाराज लोगों को अपनी तरफ लाने की कोशिश में जुटी हुई है. हालांकि इन आरोपों को लेकर कांग्रेस के पास भी अपने तर्क हैं.
कांग्रेस नेता चंद्र प्रभास शेखर का कहना है कि, इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है, कि एक साधारण कार्यकर्ता ने लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हरा दिया. यही सवाल उठता है कि, जो खुद चुनाव नहीं जीत सकता है, वो 22 लोगों को कैसे चुनाव जिताएगा. उन्होंने कहा कि, 2018 के विधानसभा चुनाव में हमारे युवा और नए प्रत्याशियों ने बीजेपी के जयंत मलैया और कई दिग्गज नेताओं को धूल चटाई है, इसलिए हमारे प्रत्याशियों को बीजेपी हल्के में न लें.