भोपाल। प्रदेश में बार-बार कमलनाथ की सरकार को गिराने की बात करने वाली बीजेपी को अपने ही विधायकों पर निगरानी करानी पड़ रही है. बीजेपी ने अपने दिग्गज नेताओं को संभागवार अपने विधायकों की निगरानी और जासूसी की जिम्मेदारी सौंपी है. बीजेपी के फैसले को लेकर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी अपने विधायकों की कितनी भी निगरानी करा ले लेकिन एक दिन बीजेपी के 10 विधायक मुख्यमंत्री कमलनाथ के आसपास नजर आएंगे.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा के मानसून सत्र में दंड विधि संशोधन विधेयक में मत विभाजन का दाव खेला और बीजेपी के दो विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी को आईना दिखाकर चले गए. इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के बाद अब बीजेपी अपने विधायकों पर निगरानी और जासूसी कर रही है.
वहीं प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि कांग्रेस ने कभी भी अपने विधायकों की निगरानी नहीं कराई. यह बीजेपी का आरोप था लेकिन अब स्पष्ट हो चुका है कि बीजेपी को अपने विधायकों की निगरानी और जासूसी करानी पड़ रही है. अभी भी कितनी भी निगरानी करा लें एक दिन ऐसा आएगा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास बीजेपी के 10 विधायक खड़े नजर आएंगे.