भोपाल। उज्जैन में हुए सांप्रदायिक तनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर आज एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मिलने पहुंचा. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को उज्जैन में हुए सांप्रदायिक तनाव को लेकर वीडियो फुटेज और तमाम जानकारी उपलब्ध कराई. प्रतिनिधिमंडल के मुखिया पूर्व मंत्री और विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रशासन द्वारा जुलूस निकालने की अनुमति क्यों दी गई. उन्होंने जुलूस में शामिल असामाजिक तत्वों को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं.
मुख्य सचिव और डीजीपी से मिला प्रतिनिधि मंडल
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने उज्जैन की घटना को गंभीरता से लेते हुए शांति भयमुक्त वातावरण एवं सांप्रदायिक सद्भाव को लेकर कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को मुख्य सचिव और डीजीपी से मिलने के निर्देश दिए थे. इसी सिलसिले में पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक के सज्जन वर्मा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की है. इस प्रतिनिधिमंडल में सज्जन सिंह वर्मा के अलावा जयवर्धन सिंह,आरिफ मसूद के अलावा उज्जैन क्षेत्र के विधायक दिलीप गुर्जर, रामलाल मालवीय, मुरली मोरवाल और महेश परमार मौजूद थे.
शिवराज सिंह के इशारे पर प्रशासन कर रहा है दमन
पूर्व मंत्री और विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश के हालात जो इस समय बन रहे हैं. वह बड़ी चिंता का विषय है. हमारे नेता कमलनाथ ने उज्जैन से लेकर देवास, इंदौर, भोपाल में जो घटनाएं हो रही है. शिवराज सिंह के इशारे पर प्रशासन जो दमनकारी नीति चला रहा है. उज्जैन में जो निरपराध लोगों पर रासुका पर लगा दी गई है. जिनके खिलाफ एक भी प्रकरण नहीं थे. इसी सिलसिले में आज हमने मुख्य सचिव और डीजीपी से मुलाकात की है. हमने उन्हें घटना से संबंधित वीडियो फुटेज भी उपलब्ध कराए हैं और कहा है कि उज्जैन की घटना जो मार्ग प्रतिबंधित था, उस पर जुलूस निकालने की परमिशन क्यों दी और अगर परमिशन नहीं दी, तो फिर जुलूस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? उस जुलूस में कई असामाजिक तत्व भी शामिल थे. कई लोगों पर रासुका भी लगी हुई थी. इन्हीं असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ा है. हमारे पास वीडियो फुटेज भी उपलब्ध हैं.