भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासी राजनीति के बीच कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के बंगले पहुंचा और छह मंत्रियों की सदस्यता रद्द करने की मांग की. वहीं प्रतिनिधिमंडल ने कानून और नियमों का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष से मांग करते हुए कहा की सिंधिया समर्थक छह मंत्रियों की सदस्यता रद्द की जाए.
वहीं प्रदेश सियासी ड्रामा अब तक जारी है, कांग्रेस और बीजेपी की बैठक के बाद सुबह से ही राजधानी में राजनीतिक हलचल जारी है, इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष एमपी प्रजापति के बंगले कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा और मंत्रियों की सदस्यता रद्द करने की मांग की. वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें ज्ञापन सौंपा है और इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी और सही फैसला लिया जाएगा.
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का कहना है मध्य प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार सत्ता में आने के लिए परेशान है. भाजपा ने कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों को बंधक बनाकर रखा हुआ है. उन्होंने कहा की विधायकों को वापस लाने की कोशिश की जाएगी, उन्होंने ये भी कहा कि कई विधायक वापस आएंगे. इसके साथ ही मंत्रियों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है हालांकि उन्होंने कहा की अगर मंत्री वापस आना चाहे तो वे पहले कारण स्पष्ट करें उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष तय करेंगे की उन्हें पार्टी में रखना है या नहीं.