भोपाल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं. जुलाई माह में संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी से ऊपर की ओर जा रहा है, जिसकी वजह से अस्पतालों में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हालांकि प्रदेश में संक्रमित मरीजों की रिकवरी का ग्राफ भी काफी अच्छा दिखाई दे रहा है .लेकिन शहर के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान कई मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है, वहीं प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं और अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं. बावजूद इसके वह लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं को लेकर समीक्षा कर रहे हैं.
देर शाम उन्होंने एक बार फिर प्रदेश के मंत्री और अन्य अधिकारियों के साथ वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए समीक्षा की. इस समीक्षा के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नई रणनीति प्रदेश के लिए तैयार की जाए और यह रणनीति कुछ इस प्रकार हो, जिससे बिना लॉकडाउन के भी कोरोना पर नियंत्रण किया जा सके. सीएम के निर्देश के बाद माना जा रहा है कि प्रदेश में 3 अगस्त के बाद लॉकडाउन नहीं बढ़ाया जाएगा.
यही वजह है कि उन्होंने बिना लॉकडाउन के कोरोना पर नियंत्रण के लिए रणनीति तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. इस समीक्षा बैठक के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान और सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे .
समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, प्रदेश में कोरोना की भावी रणनीति 'लॉकडाउन माइनस' होना चाहिए. अर्थात ऐसी रणनीति बनाई जाए जिसमें बिना लॉकडाउन किए कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके.
वहीं प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी गति देना है, इसके लिए पूरी तरह जनता को कोरोना के संबंध में जागरूक करना होगा साथ ही सर्वोत्तम इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी. प्रदेश में जनता की स्वास्थ्य रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे .वित्तीय संकट के चलते दूसरे मदों में बजट की कुछ कमी की जा सकती है, लेकिन कोरोना से बचाव और उपचार में बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.
वहीं समीक्षा में पाया गया कि प्रदेश में भोपाल में सर्वाधिक 246 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. मुख्यमंत्री ने भोपाल पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं . हमीदिया अस्पताल में मृत्यु दर अधिक होने पर मुख्यमंत्री ने अत्यंत गंभीरता से लिया और वहां सर्वोत्तम उपचार की व्यवस्थाओं संबंधी निर्देश डीन मेडिकल कॉलेज को दिए हैं. बड़वानी जिले की समीक्षा में भी वहां 101 नए कोरोना संक्रमित मिलने पर सीएम ने कलेक्टर को विशेष सावधानी और सतर्कता बरतते हुए जिले में लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराए जाने के निर्देश दिए हैं.
समीक्षा के दौरान सीएम ने कहा कि त्वरित गति और बड़ी संख्या में कोरोना की जांच करने के लिए एंटीजन टेस्ट को भी मध्यप्रदेश में बढ़ावा दिया जाए. बताया गया कि इसके माध्यम से कोरोना की रिपोर्ट 20 मिनट में ही मिल जाएगी, विशेष रुप से बिना लक्षण वाले व्यक्तियों के टेस्ट के लिए यह अत्यंत उपयोगी है. ग्वालियर में सेना के एक समूह में एक साथ कोरोना संक्रमण पाए जाने पर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि इसके लिए एसओपी वर्क आउट की जाए, जिससे कि सेना की टुकड़ियों, पुलिस बल आदि में कोरोना के संक्रमण को प्रभावी ढंग से रोका जा सके.
सीएम ने निर्देश दिए कि प्रभारी अधिकारी अपने-अपने प्रभार के जिलों में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करवाएं. साथ ही जनता को सभी सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया जाए, इस कार्य में स्वयंसेवी संगठनों एवं जनता का पूरा सहयोग लिया जाए.