भोपाल। खत्म होते अप्रैल महीने के बाद भी एमपी में गर्मी ने भले अपने तेवर ना दिखाए हों, लेकिन सरकार गर्मी और लू के साथ पेयजल संकट से निपटने एक्टिव मोड पर अभी से आ गई है. सरकार की ओर से जारी हुई एडवाइजरी में गर्मी के साथ आने वाली पेयजल संकट समेत दूसरी चुनौतियों से निपटने विभागों को भी निर्देशित किया गया है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में बैठक लेकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गर्मी में पेयजल के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए.
गर्मी से निपटने सरकार की तैयारी: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गर्मी से निपटने की तैयारियों को लेकर बैठक ली, जिसमें खास तौर पर स्वास्थ्य विभाग और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को खास इंतजाम करने को कहा गया है. इसके अलावा स्कूल शिक्षा विभाग परिवहन वन विभाग पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से भी गर्मी के मौसम की चुनौतियों से निपटने कार्ययोजना बनाने को लेकर कहा गया है.
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जनता की शिकायत पर हो तुरंत सुनवाई: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि "ग्रीष्मकाल में पेयजल के पुख्ता बंदोबस्त किए जाएं और इस बात के लिए विभाग अलर्ट मोड पर रहे कि जनता की शिकायत आने पर तुरंत कार्रवाई हो. प्रशासन जो पेयजल की व्यवस्था कर रही है, उसकी जानकारी जनता को दी जाए. जनता को जागरुक भी किया जाए, जिससे किसी तरह के भ्रम की स्थिति पैदा ना हो." मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में ग्रीष्मकालीन व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान ये निर्देश दिए, इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, नगरीयविकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे.