भोपाल। प्रदेश में आज से अन्न उत्सव शुरू हो गया है. प्रदेश के करीब 37 लाख नए उपभोक्ताओं को एक रुपए किलो गेहूं या चावल और नमक मिलेगा. इनमें सबसे ज्यादा हितग्राही इंदौर जिले के लाभान्वित हुए हैं. इंदौर में 56 हजार 261 परिवारों को नए हितग्राही के रूप में जोड़ा गया है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मध्यप्रदेश में एक करोड़ 16 लाख 89 हजार 136 परिवार पात्र थे. जिसमें करीब 37 लाख नए हितग्राहियों को जोड़ा गया है.
किस जिले में कितने नए हितग्राही जोड़े गए
- आगर जिले में 8680 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. इनमें नए पात्र हितग्राहियों की संख्या 27316 है.
- अलीराजपुर में 6229 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया. इनमें 27081 नए पात्र हितग्राही हैं.
- अनूपपुर जिले में 6844 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. इनमें नए जोड़े गए हितग्राहियों की संख्या 17448 है.
- अशोकनगर जिले में 10293 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. इनमें नए जोड़े गए पात्र हितग्राहियों की संख्या 34379 है.
- बालाघाट में 26534 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिसमें नए जोड़े गए हितग्राहियों की संख्या 77600 है.
- बड़वानी में नए जोड़े गए पात्र परिवारों की संख्या 14152 है. जिसमें नए जोड़े गए पात्र हितग्राही 41665.
- बैतूल में 27761 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. इनमें नए जोड़े गए हितग्राहियों की संख्या 89437 है.
- भिंड जिले में 29583 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिसमें हितग्राहियों की संख्या 130936 है.
- भोपाल में 44043 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें हितग्राहियों की संख्या 149329 है.
- बुरहानपुर में 10953 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 27351 है.
- छतरपुर में 30072 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें 107485 हितग्राही शामिल हैं.
- छिंदवाड़ा में 33914 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें हितग्राहियों की संख्या 119561 है.
- दमोह में 15899 पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें हितग्राहियों की संख्या 38482 है.
- दतिया में 14784 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें हितग्राहियों की संख्या 57513 है.
- मंदसौर जिले में 21052 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें हितग्राहियों की संख्या 64355 है.
- मुरैना में 38889 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 159302 है.
- नरसिंहपुर में 13430 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 42362 है.
- नीमच जिले में नए जोड़े गए पात्र परिवारों की संख्या 9623 है. जिनमें पात्र हितग्राही 28566 है.
- पन्ना जिले में 11714 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 35554 है.
- रायसेन जिले में 21083 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 69426 है.
- राजगढ़ जिले में 22108 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 61737 है.
- रतलाम जिले में 18720 पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 62346 है.
- रीवा जिले में 30302 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें हितग्राहियों की संख्या 97823 है.
- सागर जिले में 34911 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 107380 है.
- सतना जिले में 25817 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 80352 है.
- सीहोर जिले में 17526 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 59005 है.
- सिवनी जिले में 19320 पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 52201 है.
- शहडोल जिले में 9686 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 26434 है.
- शाजापुर जिले में 15889 नए परिवारों को जोड़ा है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 56254 है.
- श्योपुर जिले में 9515 पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें नए जोड़े गए हितग्राहियों की संख्या 28920 है.
- शिवपुरी जिले में पात्र परिवारों की संख्या 26357 है. इसमें नए जोड़े गए हितग्राहियों की संख्या 94781 है.
- सीधी जिले में 17811 पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें नए जोड़े गए पात्र हितग्राहियों की संख्या 57511 है.
- सिंगरौली जिले में 15885 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें 43893 नए पात्र हितग्राही है.
- टीकमगढ़ जिले में 19868 नए पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें 64931 पात्र हितग्राही है.
- उज्जैन जिले में 32197 पात्र परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें नए हितग्राहियों की संख्या 121495 है.
- उमरिया जिले में 7276 परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 21225 है.
- विदिशा जिले में 19527 नए परिवारों को जोड़ा गया है. जिनमें पात्र हितग्राहियों की संख्या 62746 है.
वन नेशन वन कार्ड के बाद गरीब कहीं भी ले सकेंगे राशन
प्रदेश में ‘वन नेशन वन राशन कार्ड योजना’ क्रियान्वयन शुरू हो गया है. इसके लिए उचित मूल्य उपभोक्ताओं की आधार सीडिंग का काम पूरा होने के बाद वह किसी भी राशन की दुकान से उचित मूल्य में राशन मिल सकेगा. इस व्यवस्था का सबसे ज्यादा लाभ उन प्रवासी मजदूरों को मिलेगा, जो मजदूरी के लिए देश के कई हिस्सों में जाते हैं.
जरूरतमंदों को मिल सकेगा राशन
मध्यप्रदेश में 13 लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिक परिवार के साथ लॉकडाउन के दौरान वापस लौटे हैं. वहीं 31 लाख से ज्यादा लोगों को पात्र होने के बाद भी कोटा तय होने की वजह से राशन नहीं मिल पा रहा था.
इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले कार्यकाल में केंद्र सरकार से पत्राचार किया था. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत तय कोटे में जनगणना वृद्धि के हिसाब से बढ़ोतरी की जाए. अब जाकर करीब 37 लाख लोगों को पात्रता सूची में शामिल किया गया है.