भोपाल| प्रदेश में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं. देर शाम भी उन्होंने मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अधिकारियों से ताजा हालातों पर जानकारी प्राप्त की है. साथ ही कुछ जिलों में दी जा रही छूट को लेकर भी दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. जिससे किसी भी जिले में नियमों का उल्लंघन ना हो. बैठक के दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे.
प्रदेश में 8 दिनों में कोरोना संक्रमण से हो रही मृत्यु की संख्या में कुछ कमी आई है, लेकिन मरीजों की संख्या जरूर बढ़ गई है. अच्छी बात ये है कि, ज्यादातर मरीज स्वस्थ हो रहे हैं, एक समय प्रदेश में संक्रमण से मौत का ग्राफ बढ़ रहा था, लेकिन पिछले एक सप्ताह में अब ये मृत्यु दर आधी रह गई है और स्वस्थ होने वालों में भी 2 फीसदी तक सुधार हुआ है.
सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लिया व्यवस्थाओं का जायजा
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, प्रदेश में कोरोना की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है. बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज ठीक होकर घर रवाना हो रहे हैं. रविवार को भोपाल में 31 संक्रमित मरीज और इंदौर में 71 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर आ गए हैं. इसी प्रकार, ग्वालियर और शिवपुरी में अब एक भी स्थानीय कोविड-19 पॉजिटिव नहीं है. एक दिन पहले ही भोपाल के 193 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं. प्रदेश के 50 प्रतिशत से अधिक जिले कोरोना से पूरी तरह मुक्त हैं.
सीएम ने डॉक्टरों से की बात
सीएम ने डॉक्टर विनोद भंडारी और डॉक्टर अजय गोयनका से बात कर मरीजों के इलाज की जानकारी ली. डॉक्टर भंडारी ने बताया कि, टीआई देवेन्द्र चंद्रवंशी बहुत लेट अस्पताल में भर्ती हुए. जब वे भर्ती हुए तब उनके फेफड़े अत्यधिक संक्रमित थे. 16 अप्रैल को उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया था, लेकिन फिर अचानक तबीयत बिगड़ने से उनकी मृत्यु हुई. डॉक्टर गोयनका ने बताया कि, जल्दी इलाज चालू होने पर मरीज ठीक हो जाते हैं, लेकिन बहुत लेट अस्पताल आने पर दिक्कत होती है.
शिवपुरी, छिंदवाड़ा और ग्वालियर में 13 दिन से कोरोना पॉजिटिव नहीं
बैठक में बताया गया कि, शिवपुरी, छिंदवाड़ा और ग्वालियर जिलों में पिछले 13 दिनों से एक भी कोरोना टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया है. इसी प्रकार, विदिशा में 9 दिन से, मुरैना में 8 दिन से और टीकमगढ़ में पिछले 5 दिनों से एक भी कोरोना टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया है. जिलों में स्थितियां सुधर रही हैं.
सभी हाई रिस्क व्यक्तियों के सैंपल लिए गए
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि, पूरे प्रदेश में कुल 453 संक्रमित क्षेत्र हैं, जिनमें लगभग 22 लाख लोग रह रहे हैं. इनका सघन सर्वे कार्य दो हजार 6 सौ 23 टीमें कर रही हैं. अभी तक 20.5 लाख व्यक्तियों का सर्वेक्षण हो चुका है. सर्वेक्षण के दौरान 12 हजार 9 सौ 38 हाई रिस्क व्यक्ति पाए गए हैं. इन सभी का सैंपल लिया गया है. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
11 लैब में 18 सौ टेस्ट
प्रदेश में अब कोरोना टेस्टिंग के लिए 11 लैब कार्य कर रहे हैं, प्रतिदिन लगभग 18 सौ टेस्ट की क्षमता निर्मित हो गई है. कल 1578 सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 52 कोरोना पॉजिटिव पाए गए. चिरायु अस्पताल में टेस्टिंग सुविधा चालू हो गई है और कल तक आयशर अस्पताल में भी शुरू हो जाएगी.
पुलिस कर्मियों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दें
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक विवेक जोहरी को निर्देश दिए कि, कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के कार्य में तैनात पुलिस कर्मियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए. वे रात-दिन कोरोना संबंधी कार्य में लगे हैं. उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं, मास्क, सैनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए जाए. जौहरी ने सीएम को जानकारी देते हुए बताया कि, प्रदेश में कोरोना कार्य में लगभग 3 हजार पुलिस बल लगा हुआ है.
लॉकडाउन का करवाए सख्ती से पालन
मुख्यमंत्री ने जिलों में कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं के लिए बनाए गए प्रभारी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करने के दौरान निर्देश दिए कि, वे अपने प्रभार वाले जिलों में लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन सुनिश्चित करवाएं. चंद्रशेखर, डीपी. आहूजा, नीरज मंडलोई, दीपाली रस्तोगी, कवीन्द्र कियावत आदि ने मुख्यमंत्री को उनके प्रभार वाले जिलों में कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं की जानकारी दी.
किराना दुकानें कम समय के लिए ना खुलें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि, आवश्यक वस्तुओं से संबंधित किराना आदि की दुकानें कम समय के लिए न खोली जाए. इससे उन दुकानों पर भीड़ हो सकती है. ये दुकानें 10 से 12 घंटे तक खुलें. साथ ही कृषि उपकरणों आदि की दुकानें खुली रहें, ये सुनिश्चित किया जाए.
जिलों की सीमा पर कलेक्टर स्क्रीनिंग की पुख्ता व्यवस्था करें
अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि, पिछले 3-4 दिनों से प्रदेश की सीमाओं पर बड़ी संख्या में प्रदेश के बाहर गए मजदूर लौट रहे हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि, उनकी स्क्रीनिंग आदि की पुख्ता व्यवस्था संबंधित कलेक्टर सुनिश्चित करें.