इंदौर। दावोस दौरे से लौटे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि दावोस में फिलहाल मध्यप्रदेश की पहचान भोपाल गैस कांड से हुई. हालांकि अब हमें अपनी वैश्विक पहचान नई सोच और नवाचार से बनानी होगी. उन्होंने अपने दावोस दौरे को मध्यप्रदेश के लिए बड़ा ही लाभकारी बताया है.
इंदौर में अपने दौरे के जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने दौरे के दौरान कई कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की है, जो कि मध्यप्रदेश में निवेश के इच्छुक हैं. मध्यप्रदेश की पहचान केवल भोपाल गैस त्रासदी से नहीं है. बल्कि अब निवेश के लिए पहचाना जाएगा. मुख्यमंत्री ने मिसाल देते हुए कहा कि उन्होंने कोका-कोला के अधिकारियों से बात कि कोका कोला केवल कोल्ड्रिंक्स नहीं बनाती बल्कि कृषि के क्षेत्र में भी बहुत काम करती है.
मध्यप्रदेश में कृषि, फूड प्रोसेसिंग और हार्टिकल्चर में अपार संभावना है. इसके अलावा उनकी चर्चा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और रोबोटिक के क्षेत्र में निवेश को लेकर भी हुई है. मध्यप्रदेश में दूसरे राज्यों से कहीं ज्यादा संभावना है. इसके अलावा इंदौर में होने वाले आईफा अवार्ड को लेकर भी कहा कि ये ऐतिहासिक होगा. उन्होंने 2004 में आईफा को इंटरनेशनल मंच पर पहुंचाने में मदद की थी.
मुख्यमंत्री ने कमीशनरी सिस्टम को लेकर भी संकेत दिया है कि इस सिस्टम को लागू करने के लिए सभी की सहमति जरुरी है. जिस पर चर्चा चल रही है और जो देश का सबसे बेहतर सिस्टम होगा वो इंदौर समेत प्रदेश के दूसरे बड़े शहरों में लागू होगा.