भोपाल। साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण इस बार कार्तिक पूर्णिमा को लग रहा है. कार्तिक पूर्णिमा इस साल 8 नवंबर को है. कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली भी मनाई जाती है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन कार्तिक का महीना समाप्त हो जाता है. कार्तिक की पूर्णिमा पर गंगा तट पर लाखों लोग गंगा स्नान करते हैं. संभावना है कि इस बार चंद्र ग्रहण को देखते हुए एक दिन पहले ही गंगा मे लोग स्नान करेंगे. जानकारों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण शाम को 6.18 मोक्ष होगा और ग्रहण का सूतक काल सुबह सुबह 08:10 बजे शुरू होगा.
ये है चंद्र ग्रहण की टाइमिंग : चंद्र ग्रहण चंद्रग्रहण 8 नवंबर को शाम 5 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगा. शाम 06 बजकर 18 मिनट पर ये पूर्ण हो जाएगा. सूतक सुबह 08 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगा. सूतक शाम 06 बजकर 18 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. चंद्रग्रहण को भारत में कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी आदि स्थानों पर देखा जा सकेगा. साथ ही उत्तरी और पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, हिन्द महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में देखा जा सकेगा.
चंद्र ग्रहण से जुड़ी आवश्यक जानकारी :
- चंद्रग्रहण का सूतक साल ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है.
- मान्यतानुसार, ग्रहण काल में विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को खास सावधानी बरतनी होती है.
- चंद्र ग्रहण का सूतक काल अशुभ माना जाता है. जोकि ग्रहण लगने से 09 घंटे पहले शुरू होता है और ग्रहण की समाप्ति के बाद खत्म होता है.
- सूतक काल आरंभ होने के बाद पूजा-पाठ इत्यादि धार्मिक कार्य नहीं किए जाते.
- चंद्र ग्रहण के दौरान यात्रा करना अशुभ माना गया है. ऐसे में इस दौरान यात्रा करने से परहेज करना चाहिए.
- चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाते.
- चंद्र ग्रहण के दौरान ना तो सोना चाहिए और ना ही धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल करना चाहिए.
- चंद्र ग्रहण के दौरान स्नान और दान का खास महत्व है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करना शुभ होता है.
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