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बीजेपी का 'घंटानाद', क्या जागेगी कमलनाथ सरकार?

मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ बीजेपी ने प्रदेशभर में घंटानाद आंदोलन किया.

बीजेपी का 'घंटानाद
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Published : Sep 12, 2019, 2:29 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ बीजेपी ने सभी जिला मुख्यालयों पर घंटानाद आंदोलन किया गया. भोपाल में आंदोलन की कमान राकेश सिंह ने संभाली. और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट का घेराव घंटा बजाकर किया. राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा है. सरकार कुंभकर्णी नींद में सो रही है.

प्रदेशभर में बीजेपी का 'घंटानाद आंदोलन'

कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर जाने से रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था. तीन स्तर पर बेरिकेड्स लगाए थे, जिन्हें लांघने पर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, महापौर आलोक विायक विश्वास सारंग, हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा और पार्टी के जिला अध्यक्ष विकास विरानी समेत बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल में बीजेपी नेता और कार्यकर्ता रामधुन गाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. बाद में सभी को रिहा कर दिया गया.

विदिशा में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी ने प्रदर्शन किया बिजली बिलों की होली जलाई. सीएम शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि कोई बिजली काटने आए, तो उन्हें बताना, वो कनेक्शन जोड़ देंगे.

इंदौर में घंटानाद आंदोलन का नेतृत्व नंदकुमार चौहान ने किया. भाजपा सांसद नंदकिशोर चौहान ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि सूबे में कमलनाथ सरकार नहीं बल्कि एक गिरोह काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार किसानों बेरोजगारों महिलाओं और युवाओं समेत तमाम मुद्दों पर असफल साबित हुई है सरकार के मंत्री ही आपस में लड़ रहे हैं और एक दूसरे पर आर्थिक लेनदेन के आरोप लगा रहे हैं.

जबलपुर में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार के खिलाफ घंटानाद आंदोलन का मोर्चा संभाला. बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ता घंटा, भोपू बजाते हुए प्रदर्शन किए. बीजेपी नेता और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के भीतर घुस गए और कलेक्टर केबिन के सामने घंटा बजाकर अपना विरोध जताया. नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि प्रदेश सरकार निरंकुश हो चुकी है.

ग्वालियर में घंटानाद आंदोलन की अगुवाई पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह और सांसद विवेक नारायण शेजवालकर ने की. कलेक्ट्रेट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास सरकार चलाने के लिए खुद का बहुमत नहीं है, ऐसे में सरकार निर्दली विधायकों की कृपा पर टिकी है.

उज्जैन में बीजेपी सांसद अनिल फोरोजिया, पूर्व मंत्री पारस जैन महापौर मीना जोनवाल सहित कई कार्यकर्ताओं ने तरणताल से लेकर कोठी तक विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया, घंटा और मजीरा बजाते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया.

यह भी पढ़ें- सिंधिया को कभी भी PCC अध्यक्ष नहीं बनाएगी कांग्रेस, पहले भी करती रही है गुमराहः भूपेंद्र सिंह

शिवपुरी में घंटानाद आदोलन में यशोधरा राजे सिंधिया समेत पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. विधायक यशोधरा राजे सिंधिया कलेक्ट्रेट पहुंचीं, उसके ठीक पहले तक वहां मौजूद विधायक वीरेंद्र रघुवंशी अचानक चले गए. देर शाम उन्होंने सफाई दी कि शीर्ष नेतृत्व देरी से आया। उनके आने की सही जानकारी नहीं दी जा रही थी. मैं ही नहीं बल्कि कई नेता कलेक्ट्रेट से चले आए थे.

अब देखना होगा कि बीजेपी के 'घंटानाद' के बाद कमलनाथ सरकार की नींद खुलती है या नहीं.

भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ बीजेपी ने सभी जिला मुख्यालयों पर घंटानाद आंदोलन किया गया. भोपाल में आंदोलन की कमान राकेश सिंह ने संभाली. और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट का घेराव घंटा बजाकर किया. राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा है. सरकार कुंभकर्णी नींद में सो रही है.

प्रदेशभर में बीजेपी का 'घंटानाद आंदोलन'

कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर जाने से रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था. तीन स्तर पर बेरिकेड्स लगाए थे, जिन्हें लांघने पर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, महापौर आलोक विायक विश्वास सारंग, हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा और पार्टी के जिला अध्यक्ष विकास विरानी समेत बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल में बीजेपी नेता और कार्यकर्ता रामधुन गाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. बाद में सभी को रिहा कर दिया गया.

विदिशा में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी ने प्रदर्शन किया बिजली बिलों की होली जलाई. सीएम शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि कोई बिजली काटने आए, तो उन्हें बताना, वो कनेक्शन जोड़ देंगे.

इंदौर में घंटानाद आंदोलन का नेतृत्व नंदकुमार चौहान ने किया. भाजपा सांसद नंदकिशोर चौहान ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि सूबे में कमलनाथ सरकार नहीं बल्कि एक गिरोह काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार किसानों बेरोजगारों महिलाओं और युवाओं समेत तमाम मुद्दों पर असफल साबित हुई है सरकार के मंत्री ही आपस में लड़ रहे हैं और एक दूसरे पर आर्थिक लेनदेन के आरोप लगा रहे हैं.

जबलपुर में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार के खिलाफ घंटानाद आंदोलन का मोर्चा संभाला. बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ता घंटा, भोपू बजाते हुए प्रदर्शन किए. बीजेपी नेता और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के भीतर घुस गए और कलेक्टर केबिन के सामने घंटा बजाकर अपना विरोध जताया. नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि प्रदेश सरकार निरंकुश हो चुकी है.

ग्वालियर में घंटानाद आंदोलन की अगुवाई पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह और सांसद विवेक नारायण शेजवालकर ने की. कलेक्ट्रेट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास सरकार चलाने के लिए खुद का बहुमत नहीं है, ऐसे में सरकार निर्दली विधायकों की कृपा पर टिकी है.

उज्जैन में बीजेपी सांसद अनिल फोरोजिया, पूर्व मंत्री पारस जैन महापौर मीना जोनवाल सहित कई कार्यकर्ताओं ने तरणताल से लेकर कोठी तक विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया, घंटा और मजीरा बजाते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया.

यह भी पढ़ें- सिंधिया को कभी भी PCC अध्यक्ष नहीं बनाएगी कांग्रेस, पहले भी करती रही है गुमराहः भूपेंद्र सिंह

शिवपुरी में घंटानाद आदोलन में यशोधरा राजे सिंधिया समेत पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. विधायक यशोधरा राजे सिंधिया कलेक्ट्रेट पहुंचीं, उसके ठीक पहले तक वहां मौजूद विधायक वीरेंद्र रघुवंशी अचानक चले गए. देर शाम उन्होंने सफाई दी कि शीर्ष नेतृत्व देरी से आया। उनके आने की सही जानकारी नहीं दी जा रही थी. मैं ही नहीं बल्कि कई नेता कलेक्ट्रेट से चले आए थे.

अब देखना होगा कि बीजेपी के 'घंटानाद' के बाद कमलनाथ सरकार की नींद खुलती है या नहीं.

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BJP GHANTANAD MOVEMENT IN MADHYA PRADESH 


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