भोपाल। मध्यप्रदेश में सिंधिया समर्थक विधायकों ने कांग्रेस का दामन छोड़कर कमलनाथ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया, इसके बाद कमलनाथ की सरकार गिर गई और शिवराज सरकार अस्तित्व में आ गई. आगामी 6 महीने के अंदर मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होना है. सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस ने अभी से उपचुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है, इसका असर सोशल मीडिया पर देखने को भी मिल रहा है। सोशल मीडिया पर जमकर शिवराज सिंह और सिंधिया के खिलाफ वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें शिवराज सिंह को भ्रष्टाचारी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को गद्दार बताया जा रहा है.
इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर उन्होंने भी देखा हैं. उन्होंने कहा कि यह वीडियो क्यों और कैसे आ रहे हैं, इस बात पर विचार करना चाहिए. साथ ही कहा कि जो वीडियो समाज में दिखाई दे रहे हैं ,ये जनता और मतदाताओं का गुस्सा है, कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के अंदर कुशासन फिर से प्रारंभ हो गया है. गरीबों को बांटे जाने वाला 10 किलो आटा 8 किलो निकल रहा है. इन सब चीजों के खिलाफ यदि जनता इकट्ठी हुई थी, कार्यकर्ता और क्षेत्र की जनता ने अपने लिए एक अच्छे जनप्रतिनिधि को चुनने का काम किया था, लेकिन उनके विश्वास के साथ धोखा देकर बीजेपी ने षड्यंत्र किया है.
उधर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक कृष्णा घाड़गे का कहना है कि सत्ता जाने के बाद कांग्रेस अपना मानसिक संतुलन खो चुकी है. और कांग्रेस प्रायोजित वीडियो डाले जा रहे हैं. कृष्णा घाड़गे ने कहा कि 2 लोगों की सरकार कांग्रेस के समय चल रही थी। जिसमें दिग्विजय सिंह बंटाधार और कमलनाथ ने पूरे मध्यप्रदेश में तबादला उद्योग चला रखा था. जिससे सरकार कहीं ना कहीं शक के घेरे में आ गई थी. और जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसके खिलाफ साढ़े सात करोड़ जनता के साथ जाने का फैसला किया तो कांग्रेस बौखला गई और अनर्गल टिप्पणी कर रही है.