भोपाल। एक तरफ शिवराज सरकार का दावा है कि, मध्यप्रदेश में उनकी सरकार बनने के बाद कोरोना काल में भी सरकार ने किसानों की फसल खरीदने में रिकॉर्ड बनाया है, जिससे प्रदेश का किसान खुश है. दूसरी तरफ बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने ही गेहूं खरीदी में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल कर शिवराज सरकार को बैकफुट पर ला दिया है. बीजेपी विधायक द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस का आरोप है कि, हम इस बात को पहले ही कहते रहे हैं कि, गेहूं खरीदी में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है. कांग्रेस का कहना है कि, 'भारतीय जनता पार्टी के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने इन सभी आरोपों को प्रमाणित कर दिया है. अब मुख्यमंत्री को इस मामले में अपनी सरकार की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. प्रदेश की जनता ऐसी भ्रष्ट भाजपा सरकार को कभी माफ नहीं करेगी'.
'बारिश में फसल बर्बाद होने के लिए जिम्मेदार हैं सरकारिता मंत्री'
विधायक ने बताया कि, डेढ़ महीने में खरीदी केंद्र पर उनका पांचवां चक्कर है. यहां के कर्मचारी सुबह से लेकर शाम तक नवाबी ठाठ में तुलाई कर रहे हैं और किसान पांच- पांच दिन लाइन में लगा खड़ा है. उन्होंने कहा कि, मैं डेढ़ महीने से लगातार मुख्यमंत्री, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और कलेक्टर को पत्र लिख रहा हूं. सबसे निवेदन किया है कि, तय समय में खरीदी तो होती नहीं दिख रही है, इसलिए समय बढ़ाना होगा. कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया है कि, अगर कलेक्टर लिखकर दे देंगे, तो खरीदी का समय बढ़ा देंगे. लेकिन कलेक्टर ओवर कॉन्फिडेंस में है कि, खरीदी हो जाएगी. वीरेंद्र रघुवंशी ने फसलों को बारिश में बर्बाद होने के मामले में भी सहकारिता विभाग को जिम्मेदार ठहराया है.
'गेहूं खरीदी में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार'
भाजपा विधायक के द्वारा अपनी ही सरकार पर हमले के बाद कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि, मध्यप्रदेश में गेहूं खरीदी में भारी भ्रष्टाचार किया गया है, प्रदेश के किसानों को लूटा गया है. प्रति क्विंटल 10 से 15 रुपए तुलाई में भ्रष्टाचार करके लिए गए हैं. गेहूं खरीदी में कम गेहूं तौला गया है. नमी बताकर किसानों से पैसा वसूला गया है. भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने अपनी सरकार पर यही सारे आरोप सार्वजनिक रूप से लगाए हैं.
अजय सिंह यादव ने यह भी कहा है कि, बार-बार शिकायत करने पर सरकार और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. यह काम ऊपर के संरक्षण में किया जा रहा है. कांग्रेस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मांग करती है कि, इस मामले में जांच करवाएं और आरोपियों को दंडित करें.