भोपाल। भोपाल क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि दुर्गा मंदिर के पास जहांगीराबाद बाजार में सांई साड़ी सरोवर के संचालक राकेश गोलानी ने 23 जुलाई को शिकायत करते हुए बताया था कि शाम करीब सवार चार बजे के आसपास उनकी दुकान में एक युवक पहुंचा. वह मास्क लगाए हुए था और टोपी पहन रखी थी. उसने साड़ियां व सूट पसंद किए और पैक करा लिए. 9 हजार 850 रुपए का बिल हुआ था. जब बिल पैमेंट करने की बारी आई तो उसने कहा कि भैया मैं अपना क्रेडिट कार्ड घर में भूलकर आ गया. आप मेरे साथ दुकान के किसी को कर्मचारी को भेज दीजिए.
दुकानदार को भरोसे मे लेकर झांसा : दुकानदार को झांसा देकर उसने कहा कि मैं घर पर सामान छोड़कर पेमेंट कर दूंगा और कर्मचारी को दुकान भी छोड़ दूंगा. दुकानदार जालसाज की बातों में आ गया और उसने सामान देने के बाद नौकर को साथ भेज दिया. जालसाज कर्मचारी को लेकर अरेरा हिल्स स्थित इंडियन ऑयल के दफ्तर तक लेकर पहुंचा और वहां कहने लगा कि यहीं रुको में रुपए लेकर आता हूं. कर्मचारी ने कहा कि आप सामान यहीं छोड़कर जाएं और पैसे लेकर आने के बाद सामान ले जा लेना. इस पर जालसाज ने कर्मचारी से कहा कि उसके घर में खतरनाक डॉग हैं. तुम्हें काट लेंगे. कर्मचारी उसकी बातों में आ गया और जालसाज उसे वहीं छोड़कर सामान लेकर फरार हो गया.
दुकान के नौकर ने मालिक को दी सूचना : जब काफी देर तक जालसाज नहीं लौटा तो कर्मचारी ने दुकान मालिक को घटना की जानकारी दी. दुकानदार ने घटना की शिकायत तत्काल जहांगीराबाद पुलिस से की. इसी प्रकार एक और घटना में आरोपी ने खुद को भोपाल के पॉश एरिया चार इमली में रहना बताया. कोलार के शिकायतकर्ता चेतन जुगनानी की मां भवानी इलेक्ट्रीकल्स नाम से दुकान है. दुकान मालिक ने बताया कि इस हुलिए में एक व्यक्ति आया उसने एलईडी ट्यूबलाइट और वायर पैक कराए. करीब 6 हजार रुपए का बिल बना. उसने मोबाइल से ऑनलाइन पेमेंट करने का बहाना किया. पेमेंट नहीं हुआ तो वह मुझसे बोला कि हम आपको अच्छे से जानते हैं. अब सामान पैक हो गया है. किसी लड़के को भिजवा दीजिए घर में पेमेंट कर उसे वापस छोड़ देंगे.
सामान लेकर फरार हो गया : दुकानदार ने दुकान के कर्मचारी को उसके साथ एक्टिवा पर भेज दिया. आरोपी उसे लेकर चार इमली इलाके में पहुंचा. यहां एक बंगले के पास आरोपी गाड़ी खड़ी कर लड़के से बोला कि हम पैसे लेकर आ रहे हैं. लड़का इंतजार करता रहा, वह वापस नहीं आया. संदेह होने पर लड़के ने फोन करके बताया कि वह सामान लेकर फरार हो गया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब भी किसी दुकान पर सामान खरीदने जाता था तो हमेशा मास्क व कैप लगाकर रखता था.दुकान में घुसने से पहले ही दुकान के कर्मचारीयों से दुकान मालिक का नाम पूछ लिया करता था.
आरोपी ने बताया ठगी का तरीका : आरोपी मालिक से इस तरह मिलता था जैसे कि वह पहले से उसे जानता है. इसके बाद वह खुद को नगर निगम का अधिकारी बताकर दुकानदार को विश्वास में लेता था. सामान खरीदने के बाद बिल भुगतान में कभी पेटीएम में तो कभी एटीएम में कमी बताकर नहीं करता था.इसी तरह जालसाज ने अन्य दुकानदारों के साथ वारदात को अंजाम दिया. राजधानी के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में करीब आठ दुकानदारों के साथ इस तरह की वारदात हुई. इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों एवं पुलिस उपायुक्त अपराध अमित कुमार एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया. 13 सितंबर की रात टीम ने मुखबिर की सूचना पर जालसाज को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी की पहचान अनिल मिश्रा पिता लक्ष्मीकांत मिश्रा (36) शांति निकेतन, गोविंदपुरा के रूप में की गई. आरोपी महज आठवीं पास है और पेशे से ड्राइवर है. Bhopal Fake Officer, Cheated shopkeepers, Fake municipal officer, Confessed eight incidents