भोपाल। जिस सरकारी स्कूल की तारीफ तत्कालीन उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने की थी और जिसका शुभारंभ खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था, उसमें पढ़ने वाले बच्चे बीते 8 दिन से पानी को तरस रहे हैं. यह वो स्कूल है, जिसे दिखाकर अफसर खूब वाहवाही लूटते हैं.
450 बच्चे पानी के लिए होते हैं परेशानः जानकारी के अनुसार भाेपाल के समीप बगरोदा हायर सेकेंडरी स्कूल है. यहां बच्चे पानी पीने के लिए या तो अपने घर जाते हैं या फिर उन्हें बर्तन में पानी लेकर स्कूल आना पड़ता है. वहीं टीचर भी अपनी जरूरत के हिसाब से प्रतिदिन पानी लेकर स्कूल आते हैं.करीब 450 बच्चों को हर दिन पानी के लिए परेशान होना पड़ता है. हाल यह है कि अब मध्यान्ह भोजन के लिए भी समस्या हो रही है.(450 children are worried about water)
बोरिंग में फंस गई है मोटरः यह दिक्कत इसलिए हो रही है कि स्कूल परिसर में बच्चों और स्टाॅफ के लिए एक ट्यूबवेल लगा हुआ था, जो बीते कई साल से बिना किसी रुकावट के चल रहा था. यह पिछले आठ दिन से बंद है. जानकारी के अनुसार इस बोरिंग में नल जल योजना के तहत ठेकेदार ने माेटर डाली. मोटर नहीं चली तो उसे निकालने के लिए जोर आजमाइश की गई और मोटर बोरिंग में ही फंसकर रह गई है.अब मोटर निकालने के लिए संघर्ष जारी है. यह काम लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के देखरेख में चल रहा है. इस लेटलतीफी से क्षेत्रीय विधायक भी नाराज दिखाई दिए. (Motor stuck in boring)
प्राचार्य की नहीं सुनी तो डीईओ को लिखा पत्रः स्कूल स्तर पर समस्या का समाधान करने के लिए पहले तो प्राचार्य वीके राजौरिया ने पीएचई अफसरों से लेकर ठेकेदार से मिन्नत की, लेकिन काम तेज होने की बजाय धीमे हो गया. तब मामले में 12 जनवरी 2023 को स्कूल के प्राचार्य वीके राजौरिया ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताई. इसमें लिखा कि ठेकेदार मनीष शर्मा ने नल जल योजना के तहत स्कूल के ट्यूबवेल में मोटर और पाइप बदलकर डाले हैं. कनेक्शन सही नहीं लगाया तो मोटर चालू नहीं हुई. जब मोटर निकालने की कोशिश की जा रही थी तो वह बोरिंग में गिर गई. प्राचार्य ने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया कि पानी नहीं मिलने से मध्यान्ह भोजन बनाने में खासी दिक्कत आ रही है. (letter written to deo if Principal did not listen)
उपराष्ट्रपति ने की थी सराहनाः बगरोदा हायर सेकेंडरी स्कूल का शुभारंभ 2 जुलाई 2009 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था. उन्होंने इसे आदर्श बनाने की बात की थी. इसके बाद 2 फरवरी 2010 को तत्कालीन राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने प्राथमिक विभाग में गतिविधि आधारित शिक्षण कक्ष का लोकार्पण किया. शासन उन्हें इस स्कूल में इसलिए लेकर आया कि यहां पढ़ाई का पैटर्न एकदम अलग था. इसके बाद कई अफसर यहां आकर निरीक्षण कर चुके हैं. इतना ही नहीं 2017-18 में फंदा ग्रामीण शाला सिद्धि योजना के तहत इस स्कूल को दूसरा पुरस्कार जिला प्रशिक्षण संस्थान भोपाल से मिल चुका है. (vice President praised this school)