भोपाल। राजधानी के सुभाष नगर डिपो में मंगलवार सुबह से ही बैचेनी का आलम था. पूरा स्टॉफ अलर्ट मोड पर था, क्योंकि आज मेट्रो का सेफ्टी ट्रायल रन लिया जाना था. सुबह करीब 11 बजे डिपो में सारी तैयारियां कर ली गई थी. मेट्रो डिपो में कनेक्टिविटी और टेस्टिंग प्रोसेस पूरी करने के बाद कोच को ट्रैक पर लाया गया है. सोमवार को डिपो में ही मेट्रो ट्रैक पर इसे चलाकर देखा गया था. मंगलवार को इसका सेफ्टी ट्रायल रन शुरू किया गया.
राजधानी में मेट्रो का सेफ्टी ट्रायल: आपको बता दें मंगलवार पौने बारह बजे ट्रेन को डिपो से निकालकर ट्रैक की तरफ ब्रिज पर बिछाई गई पटरी के जरिए ले जाया गया. इसके बाद इसका सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन के बीच मेट्रो का सेफ्टी ट्रायल किया गया. दोपहर करीब 12.30 बजे जब मेट्रो डीबी मॉल के सामने से गुजर रही थी, तो लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था. इसकी गति बेहद धीमी रखी गई और डीबी मॉल से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक करीब 45 मिनट में यानी लगभग 1.15 बजे तक पहुंची. मेट्रो के भीतर टेक्निकल स्टाफ बैठा हुआ था, जो लगातार डिपो टीम को अपग्रेड कर रहा था.
अफसरों ने बताया कि 2 अक्टूबर को मेट्रो का फाइनल ट्रायल रन किया जाएगा. फाइनल ट्रायन रन को सीएम शिवराज हरी झंडी दिखाएंगे. गौरतलब है कि इंदौर के भोपाल में भी मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू हो गया है और इसे समय पर शुरू करने के लिए लगभग तीन हजार लोगों की टीम दिन रात काम कर रही है.
पहले लिया डिपो में ट्रायल, अब लाए ट्रैक पर: भोपाल के लिए पहली मेट्रो बीते रविवार को भोपाल लाई गई थी. 850 किमी का सफर तय करके गुजरात से भोपाल सुभाष नगर फाटक के सामने स्थित मेट्रो डिपो में रविवार को मेट्रो उतारी गई. गुजरात से लाए गए तीनों कोच को 18 सितंबर की तारीख में डिपो के भीतर अनलोड किया गया था. इसके बाद इन्हें कनेक्ट करके टेस्टिंग की जा रही थी. तीनों कोच को ट्रायल रन से पहले आपस में कनेक्ट किया और फिर मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और सॉफ्टवेयर्स इंजीनियर्स की टीम ने अच्छे से जांचा परखा. बता दें कि मेट्रो बनाने वाली कंपनी का नाम एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड है. इसके कर्मचारी भी पूरे समय मौके पर मौजूद रहकर निगरानी कर रहे हैं. इसी टीम ने सुभाषनगर डिपो में बने इंस्पेक्शन बे लाइन (IBL) पर टेस्टिंग की और मंगलवार को मेन लाइन पर टेस्टिंग की गई. यह टेस्टिंग अभी लगातार चलेगी.