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मप्र में पैर पसारता ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा: वेबसाइट बनाकर सटोरिए दे रहे ओपन ऑफर, 14 दिन में 100 से ज्यादा मामले - मप्र में पैर पसारता ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा

देश और दुनिया में आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है और साथ में जमकर चल रहा है ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टा. बढ़ती तकनीक से सटोरियों के होंसले बढ़ा दिए हैं, इसको लेकर मप्र में कानून बनाने की मांग भी उठी, लेकिन अब तक इस पर अमल नहीं हुआ.

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ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा
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Published : Apr 14, 2023, 6:36 AM IST

भोपाल। दोस्तों अब आप घर बैठे भी सट्‌टा खेल सकते हो, न किसी का डर और न करें फिकर.. ये शब्द हैं एक वेबसाइट के विज्ञापन के, जो भोपाल में ऑनलाइन सट्‌टा खिलाने के लिए खुला ऑफर दे रही है. जब इस वेबसाइट पर सर्च किया तो यहां हर राज्य में सट्टा लगाने के लिए अलग नंबर दिया गया था, आप कॉल करिए और जुड़ जाइए. एक वेबसाइट तो बकायदा भोपाल मटका के नाम से संचालित हो रही हैं, यह तो वे वेबसाइट हैं जो दिखाई दे रही हैं, लेकिन जब प्ले स्टोर पर जाकर ऑनलाइन सट्‌टा लिखते हैं तो दर्जनों एप नजर आते हैं, लेकिन यह सब पुलिस की पकड़ से बेहद दूर बैठकर खेल और खिलवा रहे हैं. यहां तक कि जो प्रोफेशनल सटोरिए थे, जिन्हें पुलिस जानती थी उन्होंने भी टेलीग्राम, व्हाटस एप जैसे एप का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. बीते सिर्फ 14 दिन में 100 से अधिक मामले मप्र के अलग-अलग जिलों में पकड़े गए हैं. यह स्थिति इसलिए भी है कि इनको रोकने के लिए जो धाराएं हैं, वे जमानती है और ऑनलाइन सट्‌टा पर रोक के लिए कोई कानून नहीं है, इसे लेकर क्राइम ब्रांच के डीसीपी शैलेंद्र चौहान ने बताया कि "लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. अब यह लोग बेहद नए एप और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सट्टा खेल रहे हैं."

यह मामले आए सामने: भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस ने 14 दिन पहले दो सट्टेबाजों को मैच में पैसा लगाते हुए रंगे हाथों पकड़ा, यह लोग इकबाल मैदान के पास ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे. जब सटोरियों को गिरफ्तार किया तो इनके पास से दो मोबाइल फोन, 3100 नगदी और सट्टे खेलने की ऑनलाइन आईडी मिली. वहीं एक भोपाल में एक जगह ऑनलाइन सट्‌टा के चलते एक युवक पर 15 लाख रुपए का कर्ज हो गया और उसने अपनी मां के गहने तक बेच दिए.

इन खबरों पर भी एक नजर:

कानून बनाने की तैयारी: मध्य प्रदेश में ऑनलाइन सट्टा पर रोक लगाने के लिए 2023 में नया कानून बनने जा रहा है. सरकार की तरफ से जबलपुर हाईकोर्ट में जवाब पेश किया जा चुका है, इसका खाका तैयार किया जा रहा है. अगर कानून बनता है तो ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, इसमें ऑनलाइन गैंबलिंग पर रोक लगाने की सिफारिश की गई है.

भोपाल। दोस्तों अब आप घर बैठे भी सट्‌टा खेल सकते हो, न किसी का डर और न करें फिकर.. ये शब्द हैं एक वेबसाइट के विज्ञापन के, जो भोपाल में ऑनलाइन सट्‌टा खिलाने के लिए खुला ऑफर दे रही है. जब इस वेबसाइट पर सर्च किया तो यहां हर राज्य में सट्टा लगाने के लिए अलग नंबर दिया गया था, आप कॉल करिए और जुड़ जाइए. एक वेबसाइट तो बकायदा भोपाल मटका के नाम से संचालित हो रही हैं, यह तो वे वेबसाइट हैं जो दिखाई दे रही हैं, लेकिन जब प्ले स्टोर पर जाकर ऑनलाइन सट्‌टा लिखते हैं तो दर्जनों एप नजर आते हैं, लेकिन यह सब पुलिस की पकड़ से बेहद दूर बैठकर खेल और खिलवा रहे हैं. यहां तक कि जो प्रोफेशनल सटोरिए थे, जिन्हें पुलिस जानती थी उन्होंने भी टेलीग्राम, व्हाटस एप जैसे एप का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. बीते सिर्फ 14 दिन में 100 से अधिक मामले मप्र के अलग-अलग जिलों में पकड़े गए हैं. यह स्थिति इसलिए भी है कि इनको रोकने के लिए जो धाराएं हैं, वे जमानती है और ऑनलाइन सट्‌टा पर रोक के लिए कोई कानून नहीं है, इसे लेकर क्राइम ब्रांच के डीसीपी शैलेंद्र चौहान ने बताया कि "लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. अब यह लोग बेहद नए एप और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सट्टा खेल रहे हैं."

यह मामले आए सामने: भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस ने 14 दिन पहले दो सट्टेबाजों को मैच में पैसा लगाते हुए रंगे हाथों पकड़ा, यह लोग इकबाल मैदान के पास ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे. जब सटोरियों को गिरफ्तार किया तो इनके पास से दो मोबाइल फोन, 3100 नगदी और सट्टे खेलने की ऑनलाइन आईडी मिली. वहीं एक भोपाल में एक जगह ऑनलाइन सट्‌टा के चलते एक युवक पर 15 लाख रुपए का कर्ज हो गया और उसने अपनी मां के गहने तक बेच दिए.

इन खबरों पर भी एक नजर:

कानून बनाने की तैयारी: मध्य प्रदेश में ऑनलाइन सट्टा पर रोक लगाने के लिए 2023 में नया कानून बनने जा रहा है. सरकार की तरफ से जबलपुर हाईकोर्ट में जवाब पेश किया जा चुका है, इसका खाका तैयार किया जा रहा है. अगर कानून बनता है तो ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, इसमें ऑनलाइन गैंबलिंग पर रोक लगाने की सिफारिश की गई है.

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