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रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाला धरा गया, 24 से अधिक लोगों को बनाया था शिकार - Madhya Pradesh News In Hindi

रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले फरार आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने 2 दर्जन से अधिक लोगों को शिकार बनाया है और इनसे 35 लाख से अधिक की ठगी की है.

Bhopal Crime News
ठगी करने वाला फरार आरोपी गिरफ्तार
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Published : May 4, 2023, 4:42 PM IST

ठगी करने वाला फरार आरोपी गिरफ्तार

भोपाल। क्राइम ब्रांच ने रेलवे का फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने वाले मुख्य आरोपी को बीते दिन गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, इस पूरे मामले में इंदौर के एक युवक को रेलवे में अकाउंट ऑफिसर का नियुक्ति पत्र दिया गया था और जब वह जॉइनिंग के लिए भोपाल पहुंचा तो उसको पता चला कि उसका नियुक्ति पत्र फर्जी है. इसके बाद उसके पिता की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने रेलवे से कन्फर्मेशन लेने के बाद दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें से अभी कुछ दिनों पहले एक आरोपी की गिरफ्तारी हो गई थी और दूसरा काफी लंबे समय से फरार चल रहा था, जिसे पुलिस ने 3 मई को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि आरोपी के खिलाफ लगभग 2 दर्जन लोगों ने ठगी करने की शिकायतें अलग-अलग थानों में दर्ज कराई है. इन शिकायतों के जरिए 35 लाख से अधिक की ठगी का मामला सामने आ चुका है.

इंदौर के पीड़ित ने की थी क्राइम ब्रांच में शिकायतः बता दें कि इंदौर निवासी प्रीतपाल सिंह बाधवा ने भोपाल क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि उनके बेटे की रेलवे में अकाउंटेंट ऑफिसर के पद पर नौकरी लगवाने के लिए संदीप दास और नीरज नेल्शन बेथे ने उनसे 8 लाख 35 हजार रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया था. इसके बाद उन्होंने क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत की, जिस पर कार्रवाई करके कुछ दिन पहले संदीप दास को गिरफ्तार किया गया और उससे कड़ाई से पूछताछ करने पर मालूम पड़ा कि नीरज नेल्शन अभी राजस्थान में छिपा हुआ है पुलिस जब वहां पहुंची तो वहां से फरार हो गया था. इसी बीच नीरज नेल्शन के मध्य प्रदेश में होने की जानकारी मिली, उसके बाद पुलिस ने उसकी भी गिरफ्तारी कर ली है.

2 दर्जन से अधिक लोगों से की ठगीः नीरज नेल्शन ने पूछताछ में बताया कि उसने इंदौर और खंडवा के 2 दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया है. आरोपी ने बताया कि उसने रेलवे की कार्यप्रणाली के बारे में यूट्यूब के माध्यम से जाना और उसी के तहत नियुक्ति पत्र बना कर देता था. साथ में उसने बताया कि वो और संदीप दास मिलकर इन कामों को अंजाम देते थे.

क्राइम से जुड़ी खबरें...

ठगी करने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तारः इस मामले में क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि "रेलवे में नौकरी देने के नाम से ठगी करने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों के गिरफ्तार होने के बाद विभिन्न थानों में ठगी के केस दर्ज किए जा रहे हैं."

ठगी करने वाला फरार आरोपी गिरफ्तार

भोपाल। क्राइम ब्रांच ने रेलवे का फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने वाले मुख्य आरोपी को बीते दिन गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, इस पूरे मामले में इंदौर के एक युवक को रेलवे में अकाउंट ऑफिसर का नियुक्ति पत्र दिया गया था और जब वह जॉइनिंग के लिए भोपाल पहुंचा तो उसको पता चला कि उसका नियुक्ति पत्र फर्जी है. इसके बाद उसके पिता की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने रेलवे से कन्फर्मेशन लेने के बाद दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें से अभी कुछ दिनों पहले एक आरोपी की गिरफ्तारी हो गई थी और दूसरा काफी लंबे समय से फरार चल रहा था, जिसे पुलिस ने 3 मई को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि आरोपी के खिलाफ लगभग 2 दर्जन लोगों ने ठगी करने की शिकायतें अलग-अलग थानों में दर्ज कराई है. इन शिकायतों के जरिए 35 लाख से अधिक की ठगी का मामला सामने आ चुका है.

इंदौर के पीड़ित ने की थी क्राइम ब्रांच में शिकायतः बता दें कि इंदौर निवासी प्रीतपाल सिंह बाधवा ने भोपाल क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि उनके बेटे की रेलवे में अकाउंटेंट ऑफिसर के पद पर नौकरी लगवाने के लिए संदीप दास और नीरज नेल्शन बेथे ने उनसे 8 लाख 35 हजार रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया था. इसके बाद उन्होंने क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत की, जिस पर कार्रवाई करके कुछ दिन पहले संदीप दास को गिरफ्तार किया गया और उससे कड़ाई से पूछताछ करने पर मालूम पड़ा कि नीरज नेल्शन अभी राजस्थान में छिपा हुआ है पुलिस जब वहां पहुंची तो वहां से फरार हो गया था. इसी बीच नीरज नेल्शन के मध्य प्रदेश में होने की जानकारी मिली, उसके बाद पुलिस ने उसकी भी गिरफ्तारी कर ली है.

2 दर्जन से अधिक लोगों से की ठगीः नीरज नेल्शन ने पूछताछ में बताया कि उसने इंदौर और खंडवा के 2 दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया है. आरोपी ने बताया कि उसने रेलवे की कार्यप्रणाली के बारे में यूट्यूब के माध्यम से जाना और उसी के तहत नियुक्ति पत्र बना कर देता था. साथ में उसने बताया कि वो और संदीप दास मिलकर इन कामों को अंजाम देते थे.

क्राइम से जुड़ी खबरें...

ठगी करने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तारः इस मामले में क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि "रेलवे में नौकरी देने के नाम से ठगी करने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों के गिरफ्तार होने के बाद विभिन्न थानों में ठगी के केस दर्ज किए जा रहे हैं."

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