भोपाल| शहर में कोरोना संक्रमण का असर लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. प्रशासन की बार-बार चेतावनी के बावजूद भी लोगों के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क का उपयोग नहीं किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर दुकानदार भी प्रशासन के नियमों का लगातार माखौल उड़ा रहे हैं. लेकिन अब प्रशासन ने ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करना शुरू कर दी है गुरुवार को भोपाल कलेक्टर और डीआईजी ने स्वयं मैदान में उतरकर कई दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की है.
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया और डीआईजी इरशाद वली ने प्रशासनिक अमले के साथ शहर के मार्केट का औचक निरीक्षण किया है. इस दौरान करीब एक दर्जन से ज्यादा दुकानों को सील कर दिया गया है. शहर के 10 नंबर स्थित मार्केट में औचक निरीक्षण के दौरान एक बेकरी शॉप पर नियमों का उल्लंघन देख भोपाल कलेक्टर ने तत्काल दुकान को 3 दिनों के लिए सील कर दिया है. इसके अलावा दुकान संचालक पर 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. दुकान को सील किए जाने के बाद दुकान संचालक काफी देर तक बात को संभालने में लगा रहा जिससे नाराज होकर कलेक्टर ने दुकान संचालक को नई सजा सुनाते हुए कहा कि अब आप 3 दिन तक अपनी दुकान के बाहर खड़े रहकर लोगों को मास्क बाटेंगे और पुलिस के द्वारा इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी.
इसके अलावा भोपाल कलेक्टर ने 10 नंबर मार्केट स्थित कुल आठ व शाहपुरा स्थित ऑरा मॉल के पास बनी चार दुकानों सहित करीब एक दर्जन से ज्यादा दुकानों को 3 -3 दिनों के लिए सील कर दिया है. इसमें से सात दुकानों पर एक-एक हजार रुपए का जुर्माना भी किया गया है. वहीं दूसरी ओर कुछ दुकानों पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना भी किया गया है. प्रशासन की ओर से दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि यदि सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क का उपयोग स्वयं के द्वारा और ग्राहकों के द्वारा नहीं किया गया तो दुकान संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गणेश उत्सव और दुर्गा उत्सव को लेकर की जाएगी प्रशासन से चर्चा
कोरोना संक्रमण के बढ़ते असर को देखते हुए राज्य सरकार के द्वारा गणेश उत्सव एवं दुर्गा उत्सव पर बड़ी झांकियां ना लगाने का निर्णय लिया गया है, लेकिन सरकार के इस निर्णय से धार्मिक संगठन और आयोजन समितियां नाराज हैं क्योंकि प्रदेश में गणेश उत्सव और दुर्गा उत्सव बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाता है और इस दौरान लाखों रुपए की बड़ी-बड़ी झांकियां भी सुसज्जित की जाती हैं, जिसकी तैयारियां जून माह से ही प्रारंभ कर दी जाती हैं लेकिन सरकार के द्वारा इस तरह के आयोजनों पर रोक लगाने के बाद मूर्तिकारों के साथ ही समितियां भी असमंजस की स्थिति में आ गई हैं जिसे लेकर शनिवार को एक अहम बैठक रखी गई है.
धार्मिक संगठनों के द्वारा जानकारी दी गई है कि शनिवार को टीटी नगर स्थित मां वैष्णो धाम आदर्श नवदुर्गा मंदिर में गणेश उत्सव व दुर्गा उत्सव समितियों की अहम बैठक आयोजित की जा रही है. इस बैठक में धार्मिक संगठन के वरिष्ठजन भी शामिल होंगे, क्योंकि कोरोना महामारी के कारण इस बार सार्वजनिक तौर पर गणेश और दुर्गा उत्सव नहीं मनाने देने के सरकार के निर्णय पर चर्चा की जाएगी.
प्रदेश में कई वर्षों से लगातार गणेश उत्सव और दुर्गा उत्सव बड़े पैमाने पर आयोजित होता चला आ रहा है, जिसकी तैयारियां भी लगभग कई जगह शुरू हो चुकी हैं. वहीं दूसरी ओर मूर्तिकारों ने भी मूर्तियां बनाना शुरू कर दी हैं, यदि बड़ी मूर्तियां नहीं बनाई गईं तो मूर्तिकारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा क्योंकि यह मूर्तिकार 1 वर्ष में गणेश उत्सव और दुर्गा उत्सव में मूर्ति बनाकर ही अपने सालभर के दैनिक खर्चों की व्यवस्था करते हैं.
राजधानी भोपाल में भी नवाबी शासनकाल से गणेश उत्सव मनाया जा रहा है लेकिन जिस तरह का सरकार के द्वारा निर्णय लिया गया है उसे लेकर सभी धार्मिक समितियों में आक्रोश व्याप्त है. इस बैठक के दौरान निर्णय लिया जाएगा कि आगे क्या करना है, बैठक के दौरान जो भी निष्कर्ष निकलेगा उसको लेकर राज्य सरकार से बात की जाएगी. सभी धार्मिक संगठनों की कोशिश होगी कि राज्य सरकार के द्वारा तय किए गए नियमों का पालन करते हुए सार्वजनिक तौर पर भी गणेश उत्सव और दुर्गा उत्सव आयोजित करने की अनुमति मिले.