भोपाल। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में मंत्री विजय शाह की चिकन पार्टी को लेकर अब केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मध्यप्रदेश सरकार को पत्र लिखा है. पत्र में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) ने सरकार से पूछा है कि आखिर इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गई है. टाइगर रिजर्व में बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री विजय शाह की चिकन पार्टी को लेकर वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए थे.
नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी(NTCA) ने मांगी जांच रिपोर्ट: टाइगर रिजर्व में पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक विजय शाह की चिकन पार्टी को लेकर वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद राज्य सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे. अब नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी(NTCA) के सहायक वन महानिरीक्षक हेमंत सिंह ने प्रदेश सरकार को पत्र भेजकर पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है.
जांच की रफ्तार धीमी!: मामले की शिकायत और सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद वन विभाग के मुख्य वन संरक्षण अधिकारी असीम श्रीवास्तव ने इसकी जांच का जिम्मा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेकटर संदीप फैजोल को सौंपी था. हालांकि एक हफ्ते होने के बाद भी अब तक मामले की जांच नहीं हो पाई है.
अधिकारी बोले जल्द सौंपेंगे रिपोर्ट: इस मामले में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एल. कृष्णमूर्ति का कहना है कि मामले की जांच रिपोर्ट जल्द पूरी हो जाएगी. और इसे एनटीसीए को भेजा जाएगा.
क्या था मामला: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में पूर्ववर्ती सरकार में वन मंत्री रहे और बीजेपी विधायक विजय शाह ने दोस्तों के साथ कुछ दिन पहले चिकन पार्टी की थी. जिसकी शिकायत वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने की थी. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा था कि एसटीआर स्टॉफ विजय शाह और उनके दोस्तों को निजी गाड़ियों से रोरीघाट सिद्धबाबा पहाड़ी पर ले गये थे. वहां चूल्हा जलाकर चिकन पार्टी दी गई थी, जबकि यह नियमों का उल्लंघन है. उनकी शिकायत के बाद दो अलग-अलग वीडियो भी सामने आए थे. इसमें से एक वीडियो में तत्कालीन मंत्री विजय शाह खुद दिखाई दे रहे थे. यह वीडियो उन्होंने खुद बनाया, इसमें उनके एक दोस्त भी दिखाई दे रहे हैं. जबकि दूसरे वीडियो में फॉरेस्ट गार्ड चिकन, बाटी पकाते दिखाई दे रहे थे.
बता दें कि हाल ही में गठित एमपी की नई कैबिनेट में विजय शाह को फिर मंत्री पद का दर्जा मिल गया है ऐसे में यह जांच कैसे और कब तक पूरी होगी इसे लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.