भोपाल। भोपाल एम्स में चिकित्सा शिक्षा, मरीजों के उपचार के साथ रिसर्च के काम भी लगातार जारी हैं. पिछले 10 सालों में एम्स में अब तक करीब 114 विषयों पर रिसर्च हुआ. गुरुवार को रिसर्च प्रदर्शनी लगाई गई. जिसमें भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव राजेश भूषण मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस मौके पर एम्स डायरेक्टर प्रो,अजय सिंह, सभी विभाग प्रमुख ,अधीक्षक सहित बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे.
कई मौलिक शोध किए : इस मौके पर डायरेक्टर प्रो अजय सिंह, और केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के सचिव राजेश भूषण ने छात्रों को रिसर्च की बारीकियां बताईं. वहीं एम्स के रिसर्च डीन डॉ. देवाशीष विश्वास ने बताया कि 2012 में एम्स भोपाल की स्थापना हुई थी. 2022 तक 10 सालों में कई मौलिक शोध किए गए हैं. इन शोधों की प्रदर्शनी लगाई गई.
रिसर्च पर खर्च हुए 13 करोड़ : डॉ. देवाशीष विश्वास ने बताया कि हमारा प्रयास रहेगा कि हर साल रिसर्च एक्टिविटीज को सबके सामने रखा जाए. हमारे यहां लैब में, कम्युनिटी में, ओपीडी में हर जगह रिसर्च होते हैं. अब तक 114 रिसर्च हुए हैं जिसमें करीब 13 करोड रुपए की लागत आई है. नेशनल सहित कई संस्थाएं इसमें सहयोग करतीं हैं. (Bhopal AIIMS Research) (Research on 114 subjects) (Bhopal AIIMS last 10 years research) (Detail in exhibition)