भोपाल। छात्रों की समस्याओं को दूर करने के लिए बरकतउल्ला विश्वविद्यालय स्टूडेंट चार्टर तैयार कर रहा है. जिसमें छात्रों को कॉलेज संबंधित जानकारी दी जाएगी. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में अक्सर छात्रों की शिकायत रहती है की उन्हें समय पर डिग्री और टीसी नहीं मिल पाती. जिसको देखते हुए विश्वविद्यालय ने 29 अक्टूबर को हुई कार्य परिषद की बैठक में स्टूडेंट चार्टर बनाने का निर्णय लिया है. इस स्टूडेंट चार्टर में छात्रों को डिग्री, मार्कशीट,टीसी संबंधित अन्य जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी, जिसकी शुरुआत 10 नवंबर से होगी.
कार्यपरिषद की बैठक में हुआ स्टूडेंट चार्टर बनाने का निर्णय
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश के बाहर दूसरे राज्यों में रहने वाले छात्रों को कॉलेज संबंधित जानकारियों के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं. यह समस्या सबसे ज्यादा कोरोना काल में सामने आई. जब छात्र अपने होम टाउन में है और लगातार विश्वविद्यालय में फोन कर कई सारी समस्याओं को लेकर शिकायतें कर रहे हैं. जिसको देखते हुए 29 अक्टूबर को कार्यपरिषद की बैठक में शिक्षकों ने यह मुद्दा उठाया था. जिसके बाद कार्य परिषद के पदाधिकारियों के साथ मिलकर यह निर्णय लिया गया कि छात्रों की समस्याओं के लिए विश्वविद्यालय स्टूडेंट चार्टर तैयार करेगा जिसमें छात्रों की हर समस्याओं का हल किया जाएगा.
यह जानकारी होगी स्टूडेंट चार्टर में उपलब्ध
बीयू के रजिस्ट्रार अजीत सिंह ने बताया कि स्टूडेंट चार्टर में कई सारी व्यवस्था की गई है. इसमें छात्रों को उनके डॉक्यूमेंट संबंधित, मार्कशीट संबंधित अन्य जानकारियां प्राप्त कराई जाएंगी. जिन छात्रों को समय पर डिग्री नहीं मिल पाई है, वे छात्र स्टूडेंट चार्टर पर अप्लाई करेंगे और उन्हें उस पर एक तय समय अवधि दी जाएगी. इस अवधि में उन की मार्कशीट या अन्य डाक्यूमेंट्स उनके घर पहुंचाए जाएंगे. उन्होंने बताया ऐसी स्थिति में अगर स्टूडेंट अप्लाई करने में गड़बड़ करता है, तो स्टूडेंट विश्वविद्यालय पर सवाल नहीं उठा सकता कि विवि काम नहीं कर रहा और वहीं अगर समय पर विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्र की समस्या दूर नहीं की जाती तो छात्र की शिकायत पर संबंधित कर्मचारी और अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया इसमें कई सारी व्यवस्थाएं की गई है जिसके लिए एक कमेटी तैयार की गई है जो 6 नवंबर को रिपोर्ट सौंपेगी और 10 नवंबर से इसे लागू कर दिया जाएगा जिससे छात्रों को परेशान ना होना पड़े.