ETV Bharat / state

एमपी में 'मिशन बांस से आस', सीएम कमलनाथ की अध्यक्षता में मिशन बांस को लेकर बैठक - employment prospects

भोपाल में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बांस मिशन की बैठक की गई, जिसमें मुख्यमंत्री ने बांस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बांस मिशन की बैठक, बांस उद्योग को बढावा देने के निर्देश

Bamboo Mission meeting chaired by Chief Minister
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बांस मिशन की बैठक
author img

By

Published : Feb 19, 2020, 7:06 AM IST

भोपाल| प्रदेश में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार अब बांस उद्योग को बढ़ावा देने जा रही है. जिसके चलते मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में बांस मिशन की बैठक की गई. इस दौरान सीएम कमलनाथ ने कहा है कि बांस उद्योग में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं. इससे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकता है.

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बांस मिशन की बैठक

उन्होंने कहा कि इसके लिए किसानों को भी अपने खेतों में बांस उत्पादन के लिए प्रेरित करना चाहिए. इसके साथ ही बांस उद्योगों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए संबंधित विभागों में आपसी तालमेल होना बेहद जरूरी है. वहीं बिगड़े वन क्षेत्र, पड़त भूमि तथा किसानों के खेतों में बांस उत्पादन के लिए कार्य-योजना बनाई जाए.

इस दौरान बांस उद्योग से जुड़े उद्योगों के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस उद्योग से प्राकृतिक वनों पर पड़ने वाला दबाव कम होगा, वहीं जलवायु परिवर्तन की गति कम करने में भी सहायता मिलेगी. प्रदेश में बांस को अगरबत्ती, चारकोल, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण के साथ-साथ कोयले के विकल्प के रूप में ईंधन की तरह उपयोग करने के क्षेत्र में उद्योगों की संभावना है .

भोपाल| प्रदेश में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार अब बांस उद्योग को बढ़ावा देने जा रही है. जिसके चलते मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में बांस मिशन की बैठक की गई. इस दौरान सीएम कमलनाथ ने कहा है कि बांस उद्योग में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं. इससे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकता है.

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बांस मिशन की बैठक

उन्होंने कहा कि इसके लिए किसानों को भी अपने खेतों में बांस उत्पादन के लिए प्रेरित करना चाहिए. इसके साथ ही बांस उद्योगों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए संबंधित विभागों में आपसी तालमेल होना बेहद जरूरी है. वहीं बिगड़े वन क्षेत्र, पड़त भूमि तथा किसानों के खेतों में बांस उत्पादन के लिए कार्य-योजना बनाई जाए.

इस दौरान बांस उद्योग से जुड़े उद्योगों के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस उद्योग से प्राकृतिक वनों पर पड़ने वाला दबाव कम होगा, वहीं जलवायु परिवर्तन की गति कम करने में भी सहायता मिलेगी. प्रदेश में बांस को अगरबत्ती, चारकोल, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण के साथ-साथ कोयले के विकल्प के रूप में ईंधन की तरह उपयोग करने के क्षेत्र में उद्योगों की संभावना है .

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.