भोपाल। औरंगाबाद हादसे को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता और एआईसीसी के सदस्य केके मिश्रा ने कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि आपने बड़े-बड़े अधिकारियों को अलग-अलग प्रदेश से मजदूर लाने की जिम्मेदारी सौंपी थी. आईएएस दीपाली रस्तोगी को महाराष्ट्र के मजदूरों की लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. लेकिन उनकी यह घोर लापरवाही अक्षम्य है. वहीं प्रदेश के मुखिया होने के नाते आप भी इस जिम्मेदारी से नहीं बच सकते हैं.
दरअसल, केके मिश्रा ने बयान जारी करते हुए कहा है यह एक हृदय विदारक घटना व समाचार है कि महाराष्ट्र में रेल पटरी पर चलकर आ रहे मध्यप्रदेश के 15 मजदूर जहां काल के गाल में समा गए हैं. वहीं कई घायल हैं. सुना है प्रदेश की 7.50 करोड़ जनता आपकी भगवान है, आप उनसे बहुत प्यार भी करते हैं. आपने बड़े-बड़े अधिकारियों की फ़ौज अन्य राज्यों से प्रवासी नागरिकों व मज़दूरों को लाने के लिए तैनात किए हैं, तो इस हादसे व बेकसूर गरीब मौतों का जिम्मेदार कौन है. इस तैनात फ़ौज़ में मेरी विनम्र जानकारी में वरिष्ठ आईएएस दीपाली रस्तोगी के पास महाराष्ट्र व झारखंड का प्रभार है. निःसंदेह वे एक अच्छीं अधिकारी हो सकती हैं, किंतु उनकी यह घोर लापरवाही क्या अक्षम्य है. प्रदेश के मुखिया होने के नाते क्या आप खुद भी इसकी जवाबदेही से विमुख हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी, यह भी एक सच्चाई है कि आपने जितने भी अधिकारियों को इस सहित कई अन्य महनती जिम्मेदारी सौंपी हैं, वे पीड़ित, प्रभावितों के फ़ोन ही नहीं उठा रहे हैं. इस दौर में भी वे एक आज़ाद मुल्क में अंग्रेज हुकूमत का चरित्र प्रदर्शित कर रहे हैं, क्या यह भी उचित है.
मिश्रा ने कहा कि मेरी आपसे यह भी विनम्र प्रार्थना है कि यदि 7.50 करोड़ जनता सच में आपकी भगवान है तो इन काल कवलित हुए बेक़सूर, गरीब मज़दूरों की अंत्येष्टि के पूर्व ही इस वीभत्स हादसे के जिम्मेदार चेहरों को बेनकाब करें. ताकि वल्लभ भवन के वातानुकूलित कमरों से कोरोना कहर को लेकर संचालित हो रही कार्रवाई की पारदर्शिता माखौल व मात्र खोखले प्रदर्शनों में तब्दील न हो.