भोपाल। कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में अनिल शास्त्री ने कहा कि आगामी चुनाव में हम बीजेपी से सांप्रदायिकता के मुद्दे पर लड़ाई न लड़ें. इसके स्थान पर बेरोजगारी, महिलाओं के मुद्दे, विकास के मुद्दे को चुनाव में उठाएं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को भी सलाह दी थी कि सांप्रदायिकता के मुद्दे को लेकर चलेंगे तो वे कुछ भी करवा सकते हैं. अनिल शास्त्री ने कहा " मैंने कमलनाथ को भी सुझाव दिया है और वे इसको कर भी रहे होंगे कि जनता के बीच जाकर कहें कि पिछले बार जनता के आशीर्वाद से हमने सरकार बनाई थी, लेकिन बीजेपी ने जनादेश को धोखे से छीन लिया."
एकजुटता बनाए रखें : अनिल शास्त्री ने कहा कि प्रदेश की जनता को कांग्रेस नेता समझाएं कि पिछली बार जो काम नहीं कर पाए, उसे फिर सत्ता मिलने पर पूरा करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव एकजुटता के साथ लड़ने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि चुनाव में एकता बहुत जरूरी है. मंडल, ब्लॉक से लेकर विधानसभा स्तर तक एकजुटता बनाए रखें. विधानसभा में टिकट के दावेदार कई हो सकते हैं, लेकिन टिकट किसी एक को ही मिलेगा. पार्टी एक होकर चुनाव लड़ेगी तो कोई हरा सके, ये संभव नहीं होगा.
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जांच एजेंसियों के निशाने पर विपक्षी दल : मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ईडी, सीबीआई, आयकर सिर्फ विपक्षी नेताओं पर ही कार्रवाई करती है, लेकिन क्या बीजेपी के सभी नेता और कार्यकर्ता दूध के धुले हैं, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती. देश में लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश चल रही है. ऐसे में सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर आकर आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सांप्रदायिक माहौल बिगाड़कर चुनाव जीतने में यकीन रखती है.