भोपाल। मध्यप्रदेश के 32 हजार से ज्यादा संविदा स्वास्थ्य कर्मी फिर हड़ताल करेंगे. इनकी हड़ताल से फिर राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है. इन कर्मचारियों ने अपनी मांगों के बारे में संबंधित सीएमएचओ और सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपे हैं. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का कहना है कि उनसे राज्य सरकार ने फिर वादाखिलाफी की है. पिछली बार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल थे तो उनकी मांगों को पूरा करने का वादा किया था. लेकिन अब तक वादा नहीं निभाया.
सरकार को दी चेतावनी : संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि हड़ताल खत्म होते ही मांगों को पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन एक भी मांग नहीं मानी गई. उनके साथ धोखा किया गया है. इसलिए सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नाराज हैं. कर्मचारियों की मांग है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाए. चेतावनी दी गई है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई वे बेमियादी हड़ताल करेंगे.
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दो माह पहले 20 दिन चली थी हड़ताल : बता दें कि दो माह पहले जनवरी में 20 दिन तक चली हड़ताल के बाद प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को उम्मीद थी कि उनकी मांगें मान ली जाएंगी. उस समय इन कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भरोसा दिलाया था. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार को एक माह का समय दिया था कि उनकी मांगों को पूरा किया जाए. इनकी प्रमुख मांगों में नियमतिकरण और बाहर किए गए कर्मचारियों को बहाल करना शामिल है. एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मी संघ के प्रदेशाध्यक्ष विजय ठक्कर का कहना है कि सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए.