भोपाल। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील के बाद कोरोना से जंग में बच्चे भी पीछे नहीं हैं, अपने माता-पिता से दूर रहकर छोटे बच्चे भी कोरोना वॉरियर्स बनकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. ऐसे ही भोपाल के 2 भाई बहन हैं जो अपने माता-पिता से दूर रहकर भी कोरोना से जंग में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. तो वहीं वीडियो बनाकर लोगों को शासन द्वारा जारी आदेशों और निर्देशों का पालन करने का संदेश दे रहे हैं.
इंदौर में अपने नाना-नानी के यहां रह रहे आठ साल की अनन्या राठौर और सात साल के यथार्थ राठौर अपने मम्मी-पापा से 25 दिन से दूर हैं. ये बच्चे अपने मां और पिता से दूर रहकर भी पिताजी के आपातकालीन कर्तव्यों में यथा सामर्थ्य अपना योगदान दे रहे हैं. इनके पिता अरूण कुमार राठौर किसी आवश्यक कार्य से इंदौर गए थे, जो कि गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को कुछ दिन के लिए वहीं छोड़ आए. कुछ दिनों बाद इंदौर और भोपाल में लॉकडाउन हो गया.
बच्चों के पिता अरुण कुमार राठौर भोपाल में जनसम्पर्क कार्यालय में सहायक संचालक जनसंपर्क अधिकारी है. उन्हें अब काम से खुद के परिवार के लिए वक़्त नहीं मिलता है. नगर निगम, जिला प्रशासन के भोजन के पैकेट का उपयोग कर रहे हैं और बच्चों से मिले हुए 25 दिन से ज्यादा हो गए हैं. उनका कहना है कि वह इतने दिनों तक बच्चों से कभी दूर नहीं रहे काम की व्यस्तता के चलते चाहकर भी इंदौर नहीं जा पा रहे हैं. सिर्फ फोन पर वीडियो कॉल से ही बच्चों से बात हो पाती है.
अनन्या और यथार्थ भी पिता की इस व्यस्तता को समझते हुए बिना किसी शिकायत के अपने पिता के इस कार्य में कंधा से कंधा मिलाकर साथ दे रहे है. बच्चों ने संकटकालीन समय में आमजन को जागरूक करने के अपने पिता के कार्य को अपनी रचनात्मकता का उपयोग करते हुए वीडियो बनाया है और सोशल मीडिया पर अपलोड किया है. इस वीडियो में अनन्या राठौर ने सभी आमजनों से इस महामारी के दौरान देश को बचाने के लिए शासन द्वारा जारी शासन द्वारा जारी आदेशों और निर्देशों का पालन करने का संदेश दिया है.