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बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण का आरोप, सीएम कमलनाथ से जांच की मांग - RTI activist Ajay Dubey

आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण का आरोप लगाया है. इस मामले में उन्होंने शिवराज सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सीएम कमनलाथ से इस मामले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण का आरोप
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Published : Nov 4, 2019, 7:51 AM IST

भोपाल। वन्य प्राणी विशेषज्ञ और आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में 2015 और 2016 में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) के प्रावधानों के खिलाफ अवैध निर्माण कराने वाले अधिकारियों को हटाने और उनके खिलाफ जांच कराने की मांग की है, उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र भी लिखा है.

पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण का आरोप

आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने आरोप लगाया है कि वन विभाग के अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव और मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल ने बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध टाइगर सफारी के लिए निर्माण करवाया था.

इस निर्माण कार्य में ईको टूरिज्म बोर्ड की भूमिका भी प्रमुख थी. जिसमें बोर्ड के तत्कालीन सीईओ विनय बर्मन भी अहम भूमिका में थे. अजय दुबे के मुताबिक टाइगर सफारी के लिए 21 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे, जिसमें से 6 करोड़ रुपए की राशि से टाइगर सफारी का अवैध निर्माण कार्य करवाया गया, जिसमें एनटीसीए के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया.

अजय दुबे का आरोप है कि इस मामले की शिकायत के बाद भी तत्कालीन शिवराज सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और अवैध निर्माण करवाया गया. आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने इस मामले में साल 2016 में हाईकोर्ट में एक याचिका प्रस्तुत की थी.

साथ ही मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने बतया है कि प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल ने शिवराज सरकार में प्रमुख सचिव रहते मामले में अनावश्यक दखल देते हुए याचिका में जवाब को मुख्यमंत्री का अवलोकन हेतु भेजे जाने के लिए कहा था, जो नियमों के विपरीत है. लिहाजा अब अजय दुबे ने सीएम कमलनाथ से प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल को हटाने और जांच कराने की मांग की है.

भोपाल। वन्य प्राणी विशेषज्ञ और आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में 2015 और 2016 में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) के प्रावधानों के खिलाफ अवैध निर्माण कराने वाले अधिकारियों को हटाने और उनके खिलाफ जांच कराने की मांग की है, उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र भी लिखा है.

पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण का आरोप

आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने आरोप लगाया है कि वन विभाग के अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव और मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल ने बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध टाइगर सफारी के लिए निर्माण करवाया था.

इस निर्माण कार्य में ईको टूरिज्म बोर्ड की भूमिका भी प्रमुख थी. जिसमें बोर्ड के तत्कालीन सीईओ विनय बर्मन भी अहम भूमिका में थे. अजय दुबे के मुताबिक टाइगर सफारी के लिए 21 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे, जिसमें से 6 करोड़ रुपए की राशि से टाइगर सफारी का अवैध निर्माण कार्य करवाया गया, जिसमें एनटीसीए के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया.

अजय दुबे का आरोप है कि इस मामले की शिकायत के बाद भी तत्कालीन शिवराज सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और अवैध निर्माण करवाया गया. आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने इस मामले में साल 2016 में हाईकोर्ट में एक याचिका प्रस्तुत की थी.

साथ ही मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने बतया है कि प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल ने शिवराज सरकार में प्रमुख सचिव रहते मामले में अनावश्यक दखल देते हुए याचिका में जवाब को मुख्यमंत्री का अवलोकन हेतु भेजे जाने के लिए कहा था, जो नियमों के विपरीत है. लिहाजा अब अजय दुबे ने सीएम कमलनाथ से प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल को हटाने और जांच कराने की मांग की है.

Intro:भोपाल।वन्य प्राणी विशेषज्ञ और आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में 2015 और 2016 में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथाॅरिटी (एनटीसीए) के प्रावधानों के खिलाफ अवैध निर्माण कराने वाले अधिकारियों को हटाने और उनके खिलाफ जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है।
Body:अजय दुबे ने आरोप लगाया है कि वन विभाग के अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव और मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल ने बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में अवैध टाइगर सफारी के लिए निर्माण करवाया था। इस निर्माण कार्य में ईको टूरिज्म बोर्ड की भूमिका भी प्रमुख था। बोर्ड के तत्कालीन सीईओ विनय बर्मन की भूमिका प्रमुख थी। टाइगर सफारी के लिए 21 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। इसमें से 6 करोड़ रुपए की राशि टाइगर सफारी का अवैध निर्माण कार्य करवाया गया, जिसमें एनटीसीए के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया। मामले की शिकायत के बाद भी तत्कालीन शिवराज सरकार ने कोई कार्रवाई नही की और अवैध निर्माण करवाया गया। मामले में आरटीआई कार्यकर्ता ने 2016 में हाईकोर्ट में याचिका प्रस्तुत की थीं। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल ने शिवराज सरकार में प्रमुख सचिव रहते मामले मंे अनावश्यक दखल देते हुए याचिका में जवाब को मुख्यमंत्री का अवलोकन हेतु भेजे जाने के लिए कहा था, जो नियमों के विपरीत है। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल को हटाने और जांच कराने की मांग की है।
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