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विरोध के बाद खटलापुरा घाट पर दी प्रशासन ने तर्पण करने की अनुमति

गणेश विसर्जन के बाद बंद हुए खटलापुरा घाट पर प्रशासन ने लोगों के विरोध के बाद फिर से तर्पण करने की अनुमति दे दी है. हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा के तमाम इंतजार किए गए हैं.

खटलापुरा घाट पर दी प्रशासन ने तर्पण करने की अनुमति
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Published : Sep 24, 2019, 9:51 AM IST

भोपाल। राजधानी के खटलापुरा घाट पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी, जिसके कारण लोग पितृ पक्ष के मौके पर श्राद्ध और तर्पण नहीं कर पा रहे थे, इससे लोगों की नाराजगी का सामना प्रशासन को करना पड़ रहा था. जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा के तमाम इंतजाम के बाद अब तर्पण करने की अनुमति दे दी है.

खटलापुरा घाट पर दी प्रशासन ने तर्पण करने की अनुमति


प्रशासन ने अब नई व्यवस्था के तहत नदी के चारों तरफ बैरिकेड्स लगा दिए हैं. साथ ही साथ ही एसडीआरएफ की टीम और पुलिस विभाग की टीम को यहां तैनात किया गया है. इसके अलावा नगर निगम के प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती भी इस घाट पर कर दी गई है, साथ ही यहां पर आने वाले लोगों पर भी बारीकी से नजर रखी जा रही है.


गौरतलब है कि गणेश विसर्जन के दौरान खटलापुरा घाट पर नाव पलट जाने के कारण 11 लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद प्रशासन ने इस घाट पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया था. जिसे लेकर कई संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. जिसके बाद अब प्रशासन को तैयारियों के साथ घाट पर तर्पण करने की अनुमति देनी पड़ी.


वहीं संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि खटलापुरा घाट पर पितृपक्ष के दौरान बहुत सारे लोग यहां पर अपने पुरखों को तर्पण करने के लिए आते हैं, लेकिन प्रशासन ने अचानक यहां पर तर्पण करने पर रोक लगा दी थी. लोगों को अंदर तक आने नहीं दिया जा रहा था, जिसका हमने विरोध किया था, लेकिन प्रशासन के द्वारा अब इसे फिर से शुरू कर दिया गया है.

भोपाल। राजधानी के खटलापुरा घाट पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी, जिसके कारण लोग पितृ पक्ष के मौके पर श्राद्ध और तर्पण नहीं कर पा रहे थे, इससे लोगों की नाराजगी का सामना प्रशासन को करना पड़ रहा था. जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा के तमाम इंतजाम के बाद अब तर्पण करने की अनुमति दे दी है.

खटलापुरा घाट पर दी प्रशासन ने तर्पण करने की अनुमति


प्रशासन ने अब नई व्यवस्था के तहत नदी के चारों तरफ बैरिकेड्स लगा दिए हैं. साथ ही साथ ही एसडीआरएफ की टीम और पुलिस विभाग की टीम को यहां तैनात किया गया है. इसके अलावा नगर निगम के प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती भी इस घाट पर कर दी गई है, साथ ही यहां पर आने वाले लोगों पर भी बारीकी से नजर रखी जा रही है.


गौरतलब है कि गणेश विसर्जन के दौरान खटलापुरा घाट पर नाव पलट जाने के कारण 11 लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद प्रशासन ने इस घाट पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया था. जिसे लेकर कई संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. जिसके बाद अब प्रशासन को तैयारियों के साथ घाट पर तर्पण करने की अनुमति देनी पड़ी.


वहीं संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि खटलापुरा घाट पर पितृपक्ष के दौरान बहुत सारे लोग यहां पर अपने पुरखों को तर्पण करने के लिए आते हैं, लेकिन प्रशासन ने अचानक यहां पर तर्पण करने पर रोक लगा दी थी. लोगों को अंदर तक आने नहीं दिया जा रहा था, जिसका हमने विरोध किया था, लेकिन प्रशासन के द्वारा अब इसे फिर से शुरू कर दिया गया है.

Intro: लोगों के विरोध के बाद प्रशासन ने फिर शुरू करवाया खटला पुरा घाट पर तर्पण का कार्यक्रम

भोपाल | राजधानी के घटना पूरा घाट पर प्रशासन के द्वारा बरती जा रही सख्ती से यहां आने वाले लोग खासे नाराज हैं क्योंकि प्रशासन ने यहां पर पितृपक्ष के दौरान की जाने वाली तर्पण और दशाकर्म की क्रियाओं पर रोक लगा दी थी साथ ही यहां लोगों को प्रवेश भी नहीं दिया जा रहा था हालांकि कई सामाजिक संगठनों ने इस निर्णय का विरोध किया 2 दिन की कशमकश के बाद आखिरकार प्रशासन नहीं यहां पर तर्पण करवाने की व्यवस्था पुनः शुरू कर दी है . Body:नई व्यवस्था के तहत अब यहां पर चारों तरफ बैरिकेड लगा दिए गए हैं साथ ही एसडीआरएफ की टीम और पुलिस विभाग की टीम को यहां तैनात किया गया है इसके अलावा नगर निगम के प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती भी इस घाट पर कर दी गई है यहां आने वाले लोगों पर भी बारीकी से नजर रखी जा रही है .


बता दें कि राजधानी के खटला पुरा घाट पर पितृपक्ष के दौरान अपने पुरखों को तर्पण और दशाकर्म करने के लिए काफी लोग यहां पहुंचते हैं लेकिन जिस प्रकार की घटना गणेश विसर्जन के दौरान इसी घाट पर घटी है जिसमें 11 लोगों की जान चली गई थी उसके बाद से ही प्रशासन यहां पर काफी सख्ती बरत रहा है ताकि किसी प्रकार का हादसा पुनः ना हो सके हालांकि लोगों के विरोध के बाद यहां पर तर्पण की व्यवस्था को फिर से शुरू कर दिया गया हैConclusion:संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि खटला पुरा घाट पर पितृपक्ष के दौरान बहुत सारे लोग यहां पर अपने पुरखों को तर्पण करने के लिए आते हैं लेकिन प्रशासन ने अचानक यहां पर तर्पण करने पर रोक लगा दी थी लोगों को अंदर तक आने नहीं दिया जा रहा था जिसका हमने विरोध किया था लेकिन प्रशासन के द्वारा अब इसे पुनः शुरू कर दिया गया है जिसका हम स्वागत करते हैं हमारा केवल इतना ही मानना है कि हिंदू रीति रिवाज और तीज त्योहारों को लेकर प्रशासन को किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए बाकी जिस भी प्रकार का सहयोग प्रशासन को चाहिए हम सभी लोग करने के लिए तैयार हैं हम चाहते हैं कि व्यवस्था अच्छी बनी रहे और किसी भी प्रकार का कोई हादसा ना हो इसलिए प्रशासन के द्वारा जो भी सहयोग से मांगा जाएगा हम उन्हें पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है .
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