भोपाल। राजधानी के खटलापुरा घाट पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी, जिसके कारण लोग पितृ पक्ष के मौके पर श्राद्ध और तर्पण नहीं कर पा रहे थे, इससे लोगों की नाराजगी का सामना प्रशासन को करना पड़ रहा था. जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा के तमाम इंतजाम के बाद अब तर्पण करने की अनुमति दे दी है.
प्रशासन ने अब नई व्यवस्था के तहत नदी के चारों तरफ बैरिकेड्स लगा दिए हैं. साथ ही साथ ही एसडीआरएफ की टीम और पुलिस विभाग की टीम को यहां तैनात किया गया है. इसके अलावा नगर निगम के प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती भी इस घाट पर कर दी गई है, साथ ही यहां पर आने वाले लोगों पर भी बारीकी से नजर रखी जा रही है.
गौरतलब है कि गणेश विसर्जन के दौरान खटलापुरा घाट पर नाव पलट जाने के कारण 11 लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद प्रशासन ने इस घाट पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया था. जिसे लेकर कई संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. जिसके बाद अब प्रशासन को तैयारियों के साथ घाट पर तर्पण करने की अनुमति देनी पड़ी.
वहीं संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि खटलापुरा घाट पर पितृपक्ष के दौरान बहुत सारे लोग यहां पर अपने पुरखों को तर्पण करने के लिए आते हैं, लेकिन प्रशासन ने अचानक यहां पर तर्पण करने पर रोक लगा दी थी. लोगों को अंदर तक आने नहीं दिया जा रहा था, जिसका हमने विरोध किया था, लेकिन प्रशासन के द्वारा अब इसे फिर से शुरू कर दिया गया है.