भोपाल। प्रदेश भर के शासकीय स्कूलों में चल रही रिमेडियल क्लासेस के इंग्लिश के पेपर में गांधी जी को 'कुबुद्धि' जोड़े जाने के मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने शिक्षा विभाग को जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद मामले में दो शिक्षकों के वेतन वृद्धी रोकने के आदेश जारी किए हैं. साथ ही उनसे इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है. दोनों ही शिक्षक भोपाल में कार्यरत हैं.
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रदेश भर के शासकीय स्कूलों में रेमेडियल क्लासेस चलाई जा रही है, इस रिमेडियल क्लासेस के टेस्ट पेपर में गांधीजी को 'कुबुद्धि' के साथ जोड़ा गया था, जिस पर जमकर विवाद हुआ था जिसके बाद स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए शिक्षा विभाग को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
ये है पूरा मामला
रिमेडियल क्लासेस के इंग्लिश के मॉड्यूल में गांधीजी को 'कुबुद्धि' बताया गया है. इस मॉड्यूल का इस्तेमाल पिछले कई महीनों से स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए किया जा रहा था. इस मॉड्यूल में लिखा है कि 'kubudhhi was a wicked man and led a life of drinking and gandhiji'. इस पंक्ति का मतलब है कि 'कुबुद्धि बेहद अवगुणी और शराबी व्यक्ति था और गांधीजी जैसा जीवन जीता था'.
ये भी पढ़ें 10वीं की किताब में गांधी जी को बताया 'कुबुद्धि', मंत्री ने कहा- जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई