भोपाल । प्रदेश में हुआ ई-टेंडर घोटाला पिछले 2 वर्षों से लगातार चर्चा का केंद्र में बना हुआ है. एक छोटी सी कार्रवाई के बाद यह टेंडर घोटाला सामने आया था. जिसे पहले छोटा टेंडर घोटाला समझा जा रहा था वह धीरे-धीरे अब बड़े खुलासे कर रहा है. जहां एक तरफ पिछली सरकार ने जांच की बात कही थी तो वहीं प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद कमलनाथ सरकार ने जांच शुरू करवा दी है.
गौरतलब है कि राज्य सरकार के द्वारा जिन टेंडरों में टेंपरिंग कर गड़बड़ी का मामला ईओडब्ल्यू को सौंपा गया था. उसकी जांच के बाद 42 टेंडरों में गड़बड़ी सामने आई है. ईओडब्ल्यू ने पहले राज्य शासन की रिपोर्ट पर 9 टेंडरों की जांच शुरू कर इस मामले में कई गिरफ्तारियां की थी. वहीं अब 42 टेंडरों में भी आरोपी बनाए जा सकते हैं क्योंकि इसमें से ज्यादातर लोगों की संलिप्तता अन्य टेंडरों में भी पाई गई है.