ETV Bharat / state

ई टेंडर घोटाले में 42 अन्य टेंडरों पर भी होगी कार्रवाई , जमानत पर बाहर आए आरोपी फिर हो सकते हैं गिरफ्तार - कमलनाथ सरकार

टेंडर घोटाला प्रदेश में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. अब 42 टेंडरों में कुछ लोगों को आरोपी बनाया गया है.

ई टेंडर घोटाले में फिर कार्रवाई शुरु
author img

By

Published : Oct 27, 2019, 10:41 AM IST

Updated : Oct 27, 2019, 11:46 AM IST

भोपाल । प्रदेश में हुआ ई-टेंडर घोटाला पिछले 2 वर्षों से लगातार चर्चा का केंद्र में बना हुआ है. एक छोटी सी कार्रवाई के बाद यह टेंडर घोटाला सामने आया था. जिसे पहले छोटा टेंडर घोटाला समझा जा रहा था वह धीरे-धीरे अब बड़े खुलासे कर रहा है. जहां एक तरफ पिछली सरकार ने जांच की बात कही थी तो वहीं प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद कमलनाथ सरकार ने जांच शुरू करवा दी है.

ई टेंडर घोटाले में फिर कार्रवाई शुरु


गौरतलब है कि राज्य सरकार के द्वारा जिन टेंडरों में टेंपरिंग कर गड़बड़ी का मामला ईओडब्ल्यू को सौंपा गया था. उसकी जांच के बाद 42 टेंडरों में गड़बड़ी सामने आई है. ईओडब्ल्यू ने पहले राज्य शासन की रिपोर्ट पर 9 टेंडरों की जांच शुरू कर इस मामले में कई गिरफ्तारियां की थी. वहीं अब 42 टेंडरों में भी आरोपी बनाए जा सकते हैं क्योंकि इसमें से ज्यादातर लोगों की संलिप्तता अन्य टेंडरों में भी पाई गई है.

भोपाल । प्रदेश में हुआ ई-टेंडर घोटाला पिछले 2 वर्षों से लगातार चर्चा का केंद्र में बना हुआ है. एक छोटी सी कार्रवाई के बाद यह टेंडर घोटाला सामने आया था. जिसे पहले छोटा टेंडर घोटाला समझा जा रहा था वह धीरे-धीरे अब बड़े खुलासे कर रहा है. जहां एक तरफ पिछली सरकार ने जांच की बात कही थी तो वहीं प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद कमलनाथ सरकार ने जांच शुरू करवा दी है.

ई टेंडर घोटाले में फिर कार्रवाई शुरु


गौरतलब है कि राज्य सरकार के द्वारा जिन टेंडरों में टेंपरिंग कर गड़बड़ी का मामला ईओडब्ल्यू को सौंपा गया था. उसकी जांच के बाद 42 टेंडरों में गड़बड़ी सामने आई है. ईओडब्ल्यू ने पहले राज्य शासन की रिपोर्ट पर 9 टेंडरों की जांच शुरू कर इस मामले में कई गिरफ्तारियां की थी. वहीं अब 42 टेंडरों में भी आरोपी बनाए जा सकते हैं क्योंकि इसमें से ज्यादातर लोगों की संलिप्तता अन्य टेंडरों में भी पाई गई है.

Intro: ( स्पेशल स्टोरी )

ई टेंडर घोटाले में 42 अन्य टेंडरों पर भी होगी कार्यवाही , जमानत पर बाहर आए आरोपित फिर हो सकते हैं गिरफ्तार


भोपाल । प्रदेश में हुआ ई-टेंडर घोटाला पिछले 2 वर्षों से लगातार चर्चा के केंद्र में बना हुआ है एक छोटी सी कार्यवाही के बाद यह टेंडर घोटाला सभी के सामने आया था जिसे पहले छोटा टेंडर घोटाला समझा जा रहा था वह धीरे-धीरे अब बड़े खुलासे कर रहा है जहां एक तरफ पिछली सरकार ने इसे लेकर जांच की बात कही थी तो वही प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद कांग्रेस ने जरूर इसकी जांच शुरू करवा दी है कांग्रेस शुरू से ही कह रही है कि ई-टेंडर घोटाले में लिप्त सभी आरोपितों को सजा दिलवाई जाएगी आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ई-टेंडर घोटाले में 09 टेंडरों की जांच के साथ अब 42 अन्य टेंडरों में हुई गड़बड़ियों की विवेचना शुरू करने जा रहा है इस जांच के बाद उन लोगों पर भी संकट के बादल मंडरा सकते हैं जो फिलहाल जमानत पर बाहर घूम रहे हैंBody:बता दें कि अभी तक ई -टेंडर घोटाले में जिन मामलों को लेकर जांच की गई है उसमें बनाए गए आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं और फिलहाल उन्हें जमानत मिल गई है लेकिन दूसरे मामलों में भी अब उन्हें फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है अन्य टेंडरों के मामले में ईओडब्ल्यू अलग से एफ आई आर दर्ज करवाएगा
बताया जा रहा है कि राज्य शासन के द्वारा जिन टेंडरों में टेंपरिंग कर गड़बड़ी का मामला ईओडब्ल्यू को सौंपा गया था उसकी विवेचना के बाद 42 टेंडरों में गड़बड़ी और सामने निकल कर आ गई है ईओडब्ल्यू ने पहले राज्य शासन की रिपोर्ट पर 09 टेंडरों की जांच शुरू कर इस मामले में कई गिरफ्तारियां की थी वहीं अब 42 टेंडरों में भी आरोपित बनाए जा सकते हैं क्योंकि इसमें से ज्यादातर लोगों की संलिप्तता अन्य टेंडरों में भी पाई गई है हालांकि अब तक ज्यादातर आरोपित न्यायालय से जमानत लेकर आ चुके हैं अब ईओडब्ल्यू के द्वारा 42 टेंडरों में एफ आई आर दर्ज कर आरोपितों को फिर गिरफ्तार करने की तैयारी हैConclusion:बता दें कि ईओडब्ल्यू नॆ 09 नोडरों में गड़बड़ी के आरोप में सबसे पहले आॅसमां आईटी सलूशन के संचालक वरुण चतुर्वेदी, सुमित गोवलकर व विनय चौधरी को गिरफ्तार किया था इसके बाद बेंगलुरु की कंपनी इंटरेस्ट सिस्टम्स के वाइस प्रेसिडेंट मनोहर एनएम और मध्य प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम के ओएसडी नंदकिशोर ब्रह्रॆ को पकड़ा था .
Last Updated : Oct 27, 2019, 11:46 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.