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अब सत्या और नन्दी को एक साथ देख सकेंगे पर्यटक - सत्या और नन्दी

भोपाल वन विहार में पर्यटक अब सत्या और नन्दी के जोडे़ को एक साथ देख सकेंगे. इसके लिए वन विहार के द्वारा खास व्यवस्था की गई है. शेर के इस जोड़े को जनवरी में छत्तीसगढ़ से लाया गया था.

Satya and nandi
सत्या और नन्दी
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Published : Dec 26, 2020, 7:19 PM IST

भोपाल। भोपाल वन विहार में सत्या और नन्दी को अब पर्यटक एक साथ देख सकेंगे. सत्या और नन्दी दो सिंहों का जोड़ा है, जो वन विहार की शान है. जिनको अब पर्यटक लंबे समय बाद एक साथ जोड़े के रूप मे देख सकेंगे, अभी तक इनको को एक साथ रखने का इंतजाम नहीं था. लेकिन अब पर्यटकों के लिए विशेष इंतेजाम किया गया है.

मध्य प्रदेश की शान कहे जाने वाले वन विहार में जंगल के राजा शेर और शेरनी को कुछ माह पहले लाया गया था. दोनों को बाढ़ा नहीं होने के चलते एक-एक करके रखा जाता था. लेकिन अब दोनों ही एक साथ रखे जा सकेंगे. दोनों के बाढे़ को पास-पास में बनाया गया है.

छतीसगढ़ से एक साल पहले लाये गए थे जोड़े

छतीसगढ़ के कानन पेंडारी ज्यूलोजिकल पार्क बिलासपुर से इस जोड़े को 11 माह पहले 16 जनवरी को भोपाल वन विहार लाया गया था. तभी से दोनों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं. अभी तक लॉयन हाउस में दोनों को अलग-अलग रखा जाता था.

भोपाल। भोपाल वन विहार में सत्या और नन्दी को अब पर्यटक एक साथ देख सकेंगे. सत्या और नन्दी दो सिंहों का जोड़ा है, जो वन विहार की शान है. जिनको अब पर्यटक लंबे समय बाद एक साथ जोड़े के रूप मे देख सकेंगे, अभी तक इनको को एक साथ रखने का इंतजाम नहीं था. लेकिन अब पर्यटकों के लिए विशेष इंतेजाम किया गया है.

मध्य प्रदेश की शान कहे जाने वाले वन विहार में जंगल के राजा शेर और शेरनी को कुछ माह पहले लाया गया था. दोनों को बाढ़ा नहीं होने के चलते एक-एक करके रखा जाता था. लेकिन अब दोनों ही एक साथ रखे जा सकेंगे. दोनों के बाढे़ को पास-पास में बनाया गया है.

छतीसगढ़ से एक साल पहले लाये गए थे जोड़े

छतीसगढ़ के कानन पेंडारी ज्यूलोजिकल पार्क बिलासपुर से इस जोड़े को 11 माह पहले 16 जनवरी को भोपाल वन विहार लाया गया था. तभी से दोनों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं. अभी तक लॉयन हाउस में दोनों को अलग-अलग रखा जाता था.

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