भोपाल। तेज हवा की वजह से उज्जैन के महाकाल लोक में स्थापित सप्त ऋषियों की 6 मूर्तियों के गिरकर खंडित होने के मामले में कांग्रेस ने जांच कमेटी गठित की है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के नेतृत्व में यह कमेटी मंगलवार को उज्जैन के घटनास्थल पर पहुंचेगी. कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा के मुताबिक समिति घटना स्थल का मुआयना करेगी और जरूरी हुआ तो मुख्यमंत्री सहित जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. जांच समिति में सज्जन सिंह वर्मा के अलावा रामलाल मालवीय, महेश परमार, मुरली मोरवाल, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा और केके मिश्रा हैं.
कांग्रेस ने उठाए कई सवाल: कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि जब महाकाल लोक के पुनर्निर्माण का श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ले रहे हैं, तो जिम्मेदारों और भ्रष्टों को दिए गए संरक्षण से वे कैसे अलग हो सकते हैं. कांग्रेस ने इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं.
- कांग्रेस ने सवाल किया कि मोटर व्हिकल एक्ट के तहत जब 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार को वाहन चालक और यात्रियों के लिए सुरक्षित माना जाता है, तो मात्र 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार वाली हवाओं से देव दुलर्भ मूर्तियां कैसे खंडित हो गई.
- क्या हिन्दू धर्मशास्त्र में फाइबर रेन्स फोर्स प्लास्टिक की मूर्तियां धर्मानुरूप है, या पत्थरों अथवा संगमरमर से बनी मूर्तियां. यदि नहीं तो हिन्दू धर्म के कथित ठेकेदारों ने धर्मशास्त्रों को ठेंगा बताते हुए प्लास्टिक की मूर्तियों की इजाजत क्यों दी गई.
- महाकाल लोक के पूरे निर्माण को लेकर किन-किन कंपनियों की निविदाएं आई थी. मूर्ति निर्माण एवं अन्य कार्यों के लिए सिर्फ गुजरात की कंपनियों का चयन कैसे और किसके दबाव में हुआ, क्या आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में कोई योग्य आर्किटेक्ट और मूर्तिकार नहीं है.
- मूर्ति निर्माण करने वाली गुजरात की कंपनी का अपने बचाव में यह कहना कि मूर्ति के अंदर माइल्ड स्टील का ज्वांइट कमजोर पड़ गया होगा, क्या विश्वास करने योग्य है, या भ्रष्टाचार को स्वीकार किया गया है.
- इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह कहना कि कांग्रेस इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. बेहतर होता कि मुख्यमंत्री भ्रष्टों और जिम्मेदार अधिकारियों पर ईमानदार राजदंड के तहत सख्त कार्रवाई कर धर्मालुओं को विश्वास दिलाते. ऐसा ना कर उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों की पंक्ति में खड़ाकर उन्हें स्पष्ट संरक्षण दे डाला है.
- मुख्यमंत्री यह भी बताएं की इस भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस विधायक महेश परमार द्वारा की गई शिकायत के बाद जिन चिन्हित भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त संगठन ने एफआईआर दर्ज की है. उन्हीं अधिकारियों को मलाईदार पदों पर नियुक्त किए जाने के पीछे उनकी कौन सी ईमानदार मंशा छिपी हुई है.
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रविवार को तेज आंधी में महाकाल लोक में गिरी 6 मूर्तियां: बता दें रविवार को उज्जैन में 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली. इस दौरान महाकाल लोक में 6 सप्त ऋर्षियों की मूर्तियां गिर गईं. महाकाल मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने तत्काल मूर्तियों को वहां से हटवाया. जिस कंपनी ने मूर्तियां बनाई थीं,उन्हें नई मूर्तियां लगाने का आदेश दिया गया है. जल्द ही नए सिरे से मूर्तियां लगाई जाएंगी.