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राज्यपाल आनंदीबेन की किताबों 'प्रयास' और 'प्रतिबिम्ब' का विमोचन

राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की लिखी पुस्तकों का विमोचन किया गया. इस मौके पर राज्यपाल ने बताया कि प्रयासों और उनके परिणामों के प्रतिबिम्ब को उन्होंने इन पुस्तकों में संजोने का प्रयास किया है.

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Published : Jul 16, 2019, 10:47 AM IST

भोपाल। राजभवन में सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की लिखी गई दो पुस्तकों का विमोचन किया गया. दोनों किताबों के नाम 'प्रयास' और 'प्रतिबिम्ब' हैं. बुक लॉन्चिंग के मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रयास करने से ही नवाचारों को प्रतिबिम्ब मिलता है. ऐसे ही प्रयासों और उनके परिणामों के प्रतिबिम्ब को उन्होंने खुद के द्वारा लिखी पुस्तकों में संजोने का प्रयास किया है.

पुस्तकों का विमोचन कार्यक्रम

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बताया कि 16 जुलाई को प्रदेश की शिक्षण संस्थाओं में 5 हजार पीपल के पौधों का रोपण किया जाएगा. महात्मा गांधी जन्म शताब्दी वर्ष के अंतर्गत अक्टूबर माह में प्रदेश की उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले एक लाख बच्चे महात्मा गांधी की आत्मकथा का पाठन करेंगे.

राज्यपाल द्वारा स्व-लिखित पुस्तक प्रयास और प्रतिबिम्ब का लोकार्पण
राज्यपाल द्वारा स्व-लिखित पुस्तक प्रयास और प्रतिबिम्ब का लोकार्पण

राज्यपाल ने कहा कि जिम्मेदारियों के निर्वहन के साथ मानवीय पहलुओं का ध्यान करना उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्यों का आधार बन जाता है. टीबी रोग मुक्त मध्यप्रदेश बनाने के संकल्प को पूरा करने के विचार के दौरान ही क्षय रोगी बच्चों के इलाज में मदद का नवाचार हुआ. इस पहल से 7 हजार बच्चों को इलाज में मदद मिली. इनमें से आधे से अधिक लोग टीबी से मुक्त हो गये हैं.

भोपाल। राजभवन में सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की लिखी गई दो पुस्तकों का विमोचन किया गया. दोनों किताबों के नाम 'प्रयास' और 'प्रतिबिम्ब' हैं. बुक लॉन्चिंग के मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रयास करने से ही नवाचारों को प्रतिबिम्ब मिलता है. ऐसे ही प्रयासों और उनके परिणामों के प्रतिबिम्ब को उन्होंने खुद के द्वारा लिखी पुस्तकों में संजोने का प्रयास किया है.

पुस्तकों का विमोचन कार्यक्रम

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बताया कि 16 जुलाई को प्रदेश की शिक्षण संस्थाओं में 5 हजार पीपल के पौधों का रोपण किया जाएगा. महात्मा गांधी जन्म शताब्दी वर्ष के अंतर्गत अक्टूबर माह में प्रदेश की उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले एक लाख बच्चे महात्मा गांधी की आत्मकथा का पाठन करेंगे.

राज्यपाल द्वारा स्व-लिखित पुस्तक प्रयास और प्रतिबिम्ब का लोकार्पण
राज्यपाल द्वारा स्व-लिखित पुस्तक प्रयास और प्रतिबिम्ब का लोकार्पण

राज्यपाल ने कहा कि जिम्मेदारियों के निर्वहन के साथ मानवीय पहलुओं का ध्यान करना उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्यों का आधार बन जाता है. टीबी रोग मुक्त मध्यप्रदेश बनाने के संकल्प को पूरा करने के विचार के दौरान ही क्षय रोगी बच्चों के इलाज में मदद का नवाचार हुआ. इस पहल से 7 हजार बच्चों को इलाज में मदद मिली. इनमें से आधे से अधिक लोग टीबी से मुक्त हो गये हैं.

Intro: प्रयास करने पर ही नवाचारों को प्रतिबिम्ब मिलता है = राज्यपाल

भोपाल | मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हमेशा ही नवाचार के लिए जानी जाती है . वे जब से प्रदेश की राज्यपाल बनी है उन्होंने अपने इस कार्यकाल के दौरान राजभवन में कई नवाचार किये है . आम नागरिकों के लिए राजभवन को 15 अगस्त और 26 जनवरी पर खोलना या फिर टीवी जैसी घातक बीमारी को समाप्त करने के लिए जागरूकता अभियान चलाना , बच्चों को निशुल्क पुस्तकें उपलब्ध कराना और कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए लोगों को जागरूक करना, सभी काम राज्यपाल के नवा चारों के लिए जाने जाएंगे . अब राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने स्वयं के द्वारा दो पुस्तकें लिखी है . राज्यपाल द्वारा स्व-लिखित पुस्तक "प्रयास'' और "प्रतिबिम्ब'' का लोकार्पण राज भवन में किया गया .
Body: इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि प्रयास करने पर ही नवाचारों को प्रतिबिम्ब मिलता है. ऐसे ही प्रयासों और उनके परिणामों के प्रतिबिम्ब को उन्होंने लोकार्पित पुस्तकों में संजोने का प्रयास किया है . उन्होंने बताया कि 16 जुलाई को प्रदेश की शिक्षण संस्थाओं में 5 हजार पीपल के पौधों का रोपण किया जाएगा . महात्मा गांधी जन्म शताब्दी वर्ष के अन्तर्गत अक्टूबर माह में प्रदेश की उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले एक लाख बच्चे महात्मा गांधी की आत्मकथा का पाठन करेंगे .

राज्यपाल ने कहा कि जिम्मेदारियों के निर्वहन के साथ मानवीय पहलुओं का ध्यान करना उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्यों का आधार बन जाता है . टी.बी. रोग मुक्त मध्यप्रदेश बनाने के संकल्प को पूरा करने के विचार के दौरान ही क्षय रोगी बच्चों के उपचार में मदद का नवाचार हुआ. इस पहल से 7 हजार बच्चों को उपचार में मदद मिली . इनमें से आधे से अधिक लोग टी.बी. से मुक्त हो गये हैं . उन्होंने वनांचल कर्मियों के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, पुनर्वास, पचमढ़ी में जनजाति परिवारों की बेटियों को राजभवन से पोषण आहार प्रदाय और उनकी रचनात्मक गतिविधियों में सहयोग के प्रयासों का उल्लेख किया . उन्होंने बताया कि सामाजिक कुरीतियों और बुराईयों को समाप्त करने के लिए जागरूक होना जरूरी है . राज्यपाल ने जागरूकता के प्रयासों का उल्लेख करते हुए बच्चों और महिलाओं को पुलिस थाने की कार्य-प्रणाली और व्यवस्थाओं से परिचित कराने की पहल की जानकारी दी .
Conclusion:आनंदीबेन पटेल ने कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए बेटियों का स्वस्थ होना जरूरी है . इससे बच्चों में जन्म से कुपोषण की समस्या का समाधान होगा. उन्होंने बताया कि बेटियों के स्वास्थ्य के लिए प्रदेश में हीमोग्लोबिन टेस्ट का अभियान चलाया गया है . इसमें करीब डेढ़ लाख छात्राओं का रक्त परीक्षण हुआ, जिसमें करीब 15 प्रतिशत छात्राओं में खून की कमी मिली थी . इनके स्वास्थ्य की देख-भाल भविष्य की माताओं के स्वास्थ्य की देख-भाल है . उन्होंने पढे़ भोपाल, राजभवन के दरवाजे आमजन के लिए खोलने और शासकीय विद्यालयों को सर्वसुविधा सम्पन्न बनाने, जरूरतमंद विद्यालयों और बच्चों के लिए पुस्तक संग्रहण प्रयासों में सहयोगी संस्थाओं और व्यक्तियों का आभार ज्ञापित किया .
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