भोपाल। 16 शिक्षकों पर कार्रवाई के फैसले के बाद शिक्षकों के विरोध पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने कहा है कि शिक्षकों का काम, पढ़ाना है विरोध प्रदर्शन करना नहीं. हमें जहां कमी लगेगी वहां हम सख्त कदम उठाएंगे.
मंत्री ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों की पढ़ाई के लिए बना है. उन्होंने कहा कि हम सब को मिलकर बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए. मंत्री ने कहा शिक्षकों को एक बार नहीं बल्कि बार-बार मौके दिए गए. 100 नम्बर के प्रश्न पत्र को 50 का किया गया तब भी फैल हो गए फिर 33 नम्बर का प्रश्नपत्र दिया गया, उसमें भी अगर वो पास नहीं हो पाए तो वो इस नौकरी के ही योग्य नहीं हैं.
उन्होंने कहा शिक्षा के सुधार के लिए हमें सख्त कदम उठाने होंगे और 16 शिक्षकों को सेवानिवृत्ति देना मुझे नहीं लगता कि कोई गलत कदम है. इसके साथ ही अधिकारियों पर कार्रवाई करने को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा, यदि कोई अधिकारी भी लापरवाही करेगा या उसकी गलती पाई जाएगी तो उसे भी सेवानिवृत्ति दी जाएगी.
बता दें कि दक्षता परीक्षा में फेल होने वाले शिक्षकों पर गाज गिरने के बाद प्रांतीय शिक्षक संघ द्वारा मंत्री के फैसले का विरोध किया गया. प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कहा कि 16 शिक्षकों को दोबारा मौका दिया जाए.