भोपाल। एमपी की राजधानी भोपाल के लिए 11वीं सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत 1 अप्रैल से चलने को तैयार है लेकिन अभी हाल ही में आगरा तक के ट्रायल में ट्रेन के सामने जानवर आ गया, जिसके चलते सामने की बॉडी डैमज हो गई, अब इसे बदला जा रहा है. वंदे भारत ट्रेन को अत्याधुनिक बनाया गया है और बॉडी को इस तरह स्ट्रक्चर किया गया है कि एयरोडायनेमिक्स के सिद्धांतों का पूरी तरह से पालन करे, इससे स्पीड जल्दी पकड़ती है. पीएम मोदी के आने के पहले ट्रेन को फिर से ठीक किया जा रहा है.
वंदे भारत का किराया: भोपाल से नई दिल्ली के सफर के लिए आपको शताब्दी एक्सप्रेस से 10 से 15% ज्यादा किराया देना होगा. रेलवे का मानना है कि ये ट्रेन अत्याधुनिक है, लिहाजा आपको अपनी जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. यात्रियों को 10 से 15 फीसदी ज्यादा किराया देना होगा, लेकिन किराया ज्यादा के साथ आपको सुविधा और समय की बचत होगी.
भोपाल से नई दिल्ली तक कितना समय लगेगा: भोपाल से नई दिल्ली तक का सफर 708 किलोमीटर का होगा. जिसमें 7 घंटे 45 मिनट लगेंगे, यह ट्रेन 56 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ लेगी. फुल ट्रेन AC है जिसमें 14 ए.सी. चेयर कोच हैं और दो एक्सप्रेस क्लास के कोच हैं यानी कुल 16 डिब्बे हैं. भोपाल से सुबह 5:55 पर यह रवाना होगी और 2:00 बजे दिल्ली पहुंचेगी. वहीं नई दिल्ली से दोपहर 2:45 पर चलेगी और रात 10:35 मिनट पर भोपाल के रानी कमलापति पहुंच जाएगी.
READ MORE: वंदे भारत एक्सप्रेस से जुड़ी अन्य खबरें |
कोलाइसन अवॉइडेंस सिस्टम: ट्रेन की खासियत यह है कि 2 ट्रेनों के आपस में टकराने की संभावना बहुत कम होगी, ये आपको पहले ही संकेत दे देगी. यह पूरी तरह से हाईटेक बनाई गई है इसमें आप चैन पुलिंग नहीं कर सकते बल्कि यदि आपको लगता है कि इमरजेंसी है तो आपके पास लगे बटन को दबा दीजिए ट्रेन रुक जाएगी.
पूरी तरह से स्वदेश में बनी ट्रेन: जानकारी के मुताबिक यदि इस ट्रेन को विदेश में बनाया जाता तो 60% ज्यादा लागत देनी पड़ती लेकिन भारत के चेन्नई कोच फैक्ट्री में बन रही वंदे भारत की लागत विदेशों के मुकाबले 60 प्रतिशत कम है. हमारे संवाददाता सरस्वतीचंद्र ने भोपाल के कमलापति रेलवे स्टेशन के यार्ड पर खड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस का जायजा लिया. पीएम मोदी इसे हरी झंडी दिखाने वाले हैं लिहाजा सिक्योरिटी कड़ी है. अभी किसी को बोगी के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. ट्रेन का ड्राइवर केबिन भी पूरी तरह आधुनिक केबिन है जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह पुरानी पुरानी ट्रेन की तरह नहीं बल्कि पूरी तरह से हाईटेक केबिन है. यहां पर आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं, इसमें इंटरनेट फैसिलिटी और इंटर कनेक्टिविटी WiFi से होगी.