भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन पर इन दिनों छात्रों के फोन कॉल्स की कतार लगी हुई है. लॉकडाउन के चलते 10वीं 12वीं की स्थगित परीक्षाएं पहले ही छात्रों के लिए सरदर्द थी, फिर सरकार ने छात्रों को राहत देते हुए दसवीं को जनरल प्रमोशन दिया और 12वीं की परीक्षाएं जून माह में प्रारंभ कराई. लेकिन अब तक दसवीं कक्षा का ही रिजल्ट घोषित नहीं हो पाया है. ऐसे में छात्रों के मन में रिजल्ट को लेकर चिंता है. जिसको लेकर छात्रा हेल्पलाइन पर फोन कर सवाल पूछ रहे है.
गौरतलब है कि शिक्षक कोरोना योद्धा सर्टिफिकेट लेने की मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर विभाग और शिक्षकों में मनमुटाव जारी है. यही वजह है कि शिक्षक और विभाग के बीच की लड़ाई में छात्रों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. दसवीं का रिजल्ट अब तक घोषित हो जाना था, लेकिन कॉपियां चेक नहीं होने की वजह से अब तक दसवीं कक्षा का रिजल्ट नहीं आ पाया है. वहीं 12वीं की परीक्षाएं 16 जून को खत्म हो चुकी हैं, लेकिन पहले हुई परीक्षाओं की कॉपियां भी अब तक चेक नहीं हुई है. ऐसे में रिजल्ट कब आएगा छात्र आगे की प्रोसेस कैसे करेंगे यही चिंता छात्रों को खाई जा रही है. जिसको लेकर छात्र लगातार फोन कर रहे है.
माशिमं के डायरेक्टर हेमंत शर्मा ने बताया की इन दिनों छात्रों के फोन कॉल्स की संख्या एक बार फिर तेजी से बढ़ी है और हर फोन कॉल पर छात्र बस एक ही सवाल कर रहे हैं कि रिजल्ट कब आएगा, लॉकडाउन के बीच हुई परीक्षाओं को लेकर छात्रों का यह अलग अनुभव है. जिसके चलते छात्रों में चिंता भी अधिक है. इसीलिए छात्र लगातार फोन कॉल कर रिजल्ट के बारे में पूछ रहे हैं. उनका कहना है कि काउंसलर द्वारा छात्रों की काउंसिलिंग की जा रही है.
बता दें लॉकडाउन में हेल्पलाइन में 60 हजार कॉल आए हैं. वहीं परीक्षा के बाद रिजल्ट को लेकर छात्रों के फोन कॉल्स की संख्या 1 दिन में 2 हजार से 3 हजार है. इन सभी छात्रों की काउंसलिंग के लिए काउंसलर लगातार छात्रों से संपर्क में है.