भिंड। चम्बल नदी देश की न सिर्फ सबसे स्वच्छ नदी है बल्कि शुरुआत से ही प्राकृतिक संपदाओं से भी सम्पन्न है. घड़ियाल हो या मीठे पानी में रहने वाली डॉल्फिन, कई दुर्लभ प्रजातियों के कछुए भी इस नदी में मिलते हैं. इन विशेष जलीय जीवों की वजह से चम्बल नदी में तस्कर भी सक्रिय रहते हैं. भिंड में भी शुक्रवार रात वन विभाग के अधिकारियों ने ऐसे ही दो तस्करों को चम्बल नदी के किनारे पकड़ा शनिवार को इन आरोपियों को भिंड न्यायालय में पेश किया गया है.
दुर्लभ जलीय जीवों की वजह से सक्रिय हैं तस्कर
चंबल नदी और खास कर चम्बल सेंचुरी का बड़ा हिस्सा भिंड जिले में पड़ता है, लेकिन बरही किनारे दुर्लभ जलीय जीव जैसे दुर्लभ प्रजाति के कछुए और मछलियां देखने को मिलती हैं, जिसकी वजह से अक्सर तस्कर यहां अपना ठिकाना बनाते हैं और इन प्राणियों की तस्करी करते हैं. इस बात की जानकारी वन विभाग और चम्बल सेंचुरी के आला अधिकारियों को भी है.
तस्करों से बरामद हुई प्रतिबंधित मछलियां
दरअसल, शुक्रवार रात भिंड की प्रभारी एसडीओएफ श्रद्धा पांडेय इलाके में गस्त पर निकालीं थीं. इसी दौरान चंबल नदी के किनारे पहुंचते ही वहां मौजूद तस्करों का पता चला, लेकिन उन तक पहुंचने से पहले तस्कर मौके से भाग खड़े हुए. हालांकि समय रहते वन में चल रहे जवानों ने दो तस्करों को घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि दोनों हाई तस्कर बढ़ाई के स्थानीय युवा हैं. दोनो तस्करों से कई मछलियां भी बरामद हुईं, जिनके शिकार पर प्रतिबंध लगा हुआ है.
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कोर्ट में पेश कर आरोपियों को भेजा जेल
तस्करों के पकड़े जाने के बाद मछलियों को दोबारा नदी में छोड़ दिया गया है. सभी मछलियां जिंदा हालत में थीं, साथ ही दोनो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर शनिवार को भिंड कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.