ETV Bharat / state

नदी बचाओ यात्रा नहीं, रेत का धंधा बचाओं यात्रा निकाल रहे हैं डॉक्टर गोविंद सिंह : रमेश दुबे

भिंड जिले के लहार विधायक और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह नदी बचाओ सत्याग्रह के तहत यात्रा निकाल रहे है. वहीं इस यात्रा को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए रमेश दुबे ने रेत का धंधा बचाओं यात्रा करार दिया है, साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाए है.

BJP leader Dr. Ramesh Dubey
बीजेपी नेता डॉक्टर रमेश दुबे
author img

By

Published : Sep 5, 2020, 3:22 PM IST

भिंड। जिले के लहार विधायक और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह नदी बचाओ सत्याग्रह के तहत यात्रा निकाल रहे हैं. वहीं इस यात्रा को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए रमेश दुबे ने रेत का धंधा बचाओ यात्रा करार दिया है, साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.

बीजेपी नेता रमेश दुबे ने नदी बचाओं यात्रा पर उठाए सवाल

दरअसल चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों का यात्राओं से गहरा नाता रहा है, इसलिए विधानसभा चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने नर्मदा परिक्रमा यात्रा की थी जिसके बाद कांग्रेस सत्ता में आई थी, तो वहीं अब दिग्विजय सिंह के समर्थक और चंबल अंचल के कद्दावर नेता राठौर गोविंद सिंह द्वारा उप चुनाव से ठीक पहले नदी बचाओ यात्रा की जा रही है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस यात्रा के जरिए कांग्रेस आगामी उपचुनाव के लिए वोट बैंक बनाने का प्रयास करेगी, क्योंकि 27 में से सबसे ज्यादा 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल में आती हैं.

डॉक्टर रमेश दुबे ने यात्रा पर उठाए सवाल

राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो कहीं ना कहीं से यात्रा के जरिए कांग्रेस वोट बैंक बनाने की तैयारी में जुट चुकी है. वहीं यात्रा से पहले ही इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. जहां कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए डॉक्टर रमेश दुबे ने इस यात्रा पर सवाल उठाते हुए डॉक्टर गोविंद सिंह पर सीधे आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि भिंड जिले में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन डॉक्टर गोविंद सिंह के संरक्षण में ही होता आया है. उन्होंने कहा कि अब उनके रेत के अवैध कारोबार पर रोक लग चुकी है, इसलिए वह यात्रा कर रहे हैं.

गोविंद सिंह की यात्रा पर कसा तंज

डॉक्टर रमेश दुबे ने सीधा हमला करते हुए कहा कि गोविंद सिंह की यात्रा नदी बचाओ यात्रा ना होकर रेत का धंधा बचाओ यात्रा है. अगर डॉक्टर गोविंद सिंह को नदियों की इतनी ही चिंता होती तो वह पिछले 30 साल से अधिक समय से विधायकी में है, जिसमें वे मंत्री भी रहे. सिंध को छलनी नहीं होने देते. उन्होंने कहा कि ऐसे में यह कहावत चरितार्थ हो रही है कि 'कसाई ही बकरे की सलामती के लिए दुआ कर रहा है'.

ये भी पढ़े- भिंड के निजी स्कूल में मिला बम, पत्र में सात स्कूलों को उड़ाने की धमकी, ग्राउंड जीरो पर ईटीवी भारत

दुबे ने रेत कनेक्शन के दिखाए सबूत

उन्होंने डॉक्टर गोविंद सिंह के रेत कनेक्शन के सबूत भी दिखाए हैं, साथ ही बताया कि 2017 में बीजेपी के कार्यकाल में एक जेसीबी मशीन रेत का अवैध उत्खनन करते पकड़ी गई थीं, उस पर करीब 34 लाख 50 हजार का जुर्माना किया गया था, लेकिन 2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद इस जेसीबी मशीन को डेढ़ लाख रुपए का जुर्माना लेकर छोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के नाम पर एक जैसी मशीन रजिस्टर्ड है वह गोविंद सिंह का भेद खरीदी है. इसके लिए उन्होंने तमाम फोटो भी मीडिया के सामने दिखाई हैं.

ये भी पढ़े- बालाघाट: राज्यमंत्री कांवरे ने अपने क्षेत्र का किया दौरा, दरबार लगाकर लोगों की सुनीं समस्याएं

नदी बचाओ यात्रा रविवार से होगी शुरू

बता दें कि कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह की नदी बचाओ पदयात्रा रविवार को लहार के स्टेडियम से शुरू होकर सिंध नदी के किनारे-किनारे पहले और दूसरे दिन आयोजित की जाएगी. इसके बाद ये यात्रा भिंड और चंबल नदी तक पहुंचेगी और 11 सितंबर को दतिया जिले में इस यात्रा के प्रथम चरण का समापन किया जाएगा.

भिंड। जिले के लहार विधायक और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह नदी बचाओ सत्याग्रह के तहत यात्रा निकाल रहे हैं. वहीं इस यात्रा को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए रमेश दुबे ने रेत का धंधा बचाओ यात्रा करार दिया है, साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.

बीजेपी नेता रमेश दुबे ने नदी बचाओं यात्रा पर उठाए सवाल

दरअसल चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों का यात्राओं से गहरा नाता रहा है, इसलिए विधानसभा चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने नर्मदा परिक्रमा यात्रा की थी जिसके बाद कांग्रेस सत्ता में आई थी, तो वहीं अब दिग्विजय सिंह के समर्थक और चंबल अंचल के कद्दावर नेता राठौर गोविंद सिंह द्वारा उप चुनाव से ठीक पहले नदी बचाओ यात्रा की जा रही है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस यात्रा के जरिए कांग्रेस आगामी उपचुनाव के लिए वोट बैंक बनाने का प्रयास करेगी, क्योंकि 27 में से सबसे ज्यादा 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल में आती हैं.

डॉक्टर रमेश दुबे ने यात्रा पर उठाए सवाल

राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो कहीं ना कहीं से यात्रा के जरिए कांग्रेस वोट बैंक बनाने की तैयारी में जुट चुकी है. वहीं यात्रा से पहले ही इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. जहां कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए डॉक्टर रमेश दुबे ने इस यात्रा पर सवाल उठाते हुए डॉक्टर गोविंद सिंह पर सीधे आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि भिंड जिले में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन डॉक्टर गोविंद सिंह के संरक्षण में ही होता आया है. उन्होंने कहा कि अब उनके रेत के अवैध कारोबार पर रोक लग चुकी है, इसलिए वह यात्रा कर रहे हैं.

गोविंद सिंह की यात्रा पर कसा तंज

डॉक्टर रमेश दुबे ने सीधा हमला करते हुए कहा कि गोविंद सिंह की यात्रा नदी बचाओ यात्रा ना होकर रेत का धंधा बचाओ यात्रा है. अगर डॉक्टर गोविंद सिंह को नदियों की इतनी ही चिंता होती तो वह पिछले 30 साल से अधिक समय से विधायकी में है, जिसमें वे मंत्री भी रहे. सिंध को छलनी नहीं होने देते. उन्होंने कहा कि ऐसे में यह कहावत चरितार्थ हो रही है कि 'कसाई ही बकरे की सलामती के लिए दुआ कर रहा है'.

ये भी पढ़े- भिंड के निजी स्कूल में मिला बम, पत्र में सात स्कूलों को उड़ाने की धमकी, ग्राउंड जीरो पर ईटीवी भारत

दुबे ने रेत कनेक्शन के दिखाए सबूत

उन्होंने डॉक्टर गोविंद सिंह के रेत कनेक्शन के सबूत भी दिखाए हैं, साथ ही बताया कि 2017 में बीजेपी के कार्यकाल में एक जेसीबी मशीन रेत का अवैध उत्खनन करते पकड़ी गई थीं, उस पर करीब 34 लाख 50 हजार का जुर्माना किया गया था, लेकिन 2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद इस जेसीबी मशीन को डेढ़ लाख रुपए का जुर्माना लेकर छोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के नाम पर एक जैसी मशीन रजिस्टर्ड है वह गोविंद सिंह का भेद खरीदी है. इसके लिए उन्होंने तमाम फोटो भी मीडिया के सामने दिखाई हैं.

ये भी पढ़े- बालाघाट: राज्यमंत्री कांवरे ने अपने क्षेत्र का किया दौरा, दरबार लगाकर लोगों की सुनीं समस्याएं

नदी बचाओ यात्रा रविवार से होगी शुरू

बता दें कि कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह की नदी बचाओ पदयात्रा रविवार को लहार के स्टेडियम से शुरू होकर सिंध नदी के किनारे-किनारे पहले और दूसरे दिन आयोजित की जाएगी. इसके बाद ये यात्रा भिंड और चंबल नदी तक पहुंचेगी और 11 सितंबर को दतिया जिले में इस यात्रा के प्रथम चरण का समापन किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.