भिंड। भले ही भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगलियों पर उठा लिया था, लेकिन भिंड जिले के बरासों गांव में एक ऐसा प्राचीन पत्थर है, जिसमें दैवीय शक्तियां होने की बात लोग मानते हैं क्योंकि इस पत्थर को आज तक कोई गर्दन से ऊपर तक नहीं उठा सका है. सैकड़ों साल पुराने जैन मंदिर के पास एक टीले पर ये प्राचीन पत्थर रखा हुआ है, लोगों का मानना है कि इस पत्थर में दैवीय शक्तियां हैं, इस पत्थर को फुली देवी के नाम से जाना जाता है.
ग्रामीण बताते हैं कि फुली देवी को ले जाने के लिए कई राजाओं ने भी प्रयास किया, लेकिन कोई उन्हें उनकी जगह से नहीं हिला सका, यहां तक कि हाथी पर भी इस पत्थर को रख कर ले जाने की कोशिश की गई थी, लेकिन हाथी भी चोटिल हो गया और वह पत्थर आज भी अपनी जगह पर स्थापित है.
भले ही इस पत्थर को कोई गर्दन से ऊपर तक नहीं उठा सका, लेकिन इससे ये साबित नहीं हो जाता कि इस पत्थर में कोई दैवीय शक्ति है या नहीं. हालांकि, इस तरह की बातों का बार-बार जिक्र करने से लोग अंधविश्वास पर विश्वास जरूर करने लगते हैं.
नोट- इस खबर की सत्यता की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है, स्थानीय लोगों के बताये अनुसार ये खबर लिखी गयी है.